Most popular trending quotes in Hindi, Gujarati , English

World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.

New bites

अंडरहैंड के प्रति व्यवहार कैसे करे?

आइए समझते हैं प्रस्तुत वीडियो के माध्यम से:
https://youtu.be/9gJVC5j6BHk

#lifelesson #lifelearning #hindivideo #videooftheday #DadaBhagwanFoundation

dadabhagwan1150

bhavnabhatt154654

bhavnabhatt154654

bhavnabhatt154654

good morning 🌅 doston

rachnaroy7150

सुबह हुई कब से क्यूँ जागे आप सूरज निकलने से डेढ़ घंटे?
अब इन्तजार सुबह और साम को आपका क़ायम रहेगा ll
❤️वात्सल्य❤️

savdanjimakwana3600

જૂઠને જીતવાની ક્યાં ઉતાવળ હોય છે..??

એને તો ફક્ત, ચાલવાની જ ચિંતા હોય છે...!!
જય દ્વારકાધીશ...

mukeshdhama1620

umeshdonga

लीनवृत्तेरनुत्पत्तिर्मर्यादोपरतेस्तु सा । स्थितप्रज्ञो यतिरयं यः सदानन्दमश्नुते ॥ If you're facing the worst, then your back is certainly towards the best. All that remains is for you to decide whether or not to make that 180-degree turn that will surely bring a sharp contrast to your life.

जरूरी नहीं है कि सदेंश ए खाली ही मेरे ए जराओं मुद्धत किबस परेशानिया

गढ चड़ी जो फतेह किया, कमाल है सुनता तो है महलों की रंगीनी कहानियॉं

..

कहकहॉं है इन हवाओं में सितमगर की शाबासी की मानिद

कहते है कारवां ए मजमा, मय खाना है, वसाले खान साहिब

शहजहॉं जानू शेख, बखारे बेसुमार ये जहान के नजारे ये सम्मा

बहुत सी उदधाटॅं है बबार्दी एं सितमगर क्या बहन क्या अम्मा

jugalkishoresharma

😘💞😘
😍miss you so much 😍
✨🤗✨

avinashparmar224012

‘बंगाल’ नाम सुनकर ही सबसे पहले ज़ेहन में आता है माँ काली का विराट रूप और ज़ायकेदार व्यंजन, सिन्दूर-खेला में एक दूसरे को सिन्दूर लगाती महिलायें और बुद्धिजीवियों की एक महान परंपरा|

‘बंगाल’ जो मध्य काल के इतिहास में एक सम्रद्ध सूबे के तौर पर जाना जाता रहा यहाँ तक कि अंग्रेजों ने भी बंगाल को ही हिन्दुस्तान में ब्रिटिश शासन का केंद्र बिंदु बनाया| ‘बंगाल’ जहाँ के विचारकों और बुद्धिजीवियों ने समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध चेतना जाग्रत कर राष्ट्र का पथ प्रदर्शित किया| ‘बंगाल’ जहाँ विदेशी शासन के विरुद्ध क्रांति की ऐसी मशाल जली, जिसने समूचे राष्ट्र को स्वतंत्रता से प्रकाशित किया|

उसी ‘बंगाल’ में आज अराजकता का माहौल दिखता है, खून-खराबा दिखता है, तोड़-फोड़ और आगज़नी दिखती है| ‘बंगाल’ से सम्बंधित लगभग हर न्यूज़ चैनल पर दिखायी गयी ख़बर या समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचार में हत्या, लूटपाट, आगज़नी ही होती है| ऐसा लगता है जैसे ‘बंगाल’ दो राजनीतिक दलों का युद्ध क्षेत्र बन गया हो| जैसे इस राजनीतिक युद्ध के अतिरिक्त ‘बंगाल’ में कुछ होता ही नहीं है|

माना जा सकता है कि जानबूझकर ‘बंगाल’ से सम्बंधित सिर्फ अराज़कता की ख़बरें दिखाई जा रही हों, परन्तु अगर ऐसी घटनाएँ हो रही हैं तो ये बचाव का बहाना नहीं बन सकता| इधर कुछ समय से सरकारी अधिकारीयों खासकर केन्द्रीय सरकार के अधिकारीयों के साथ मारपीट की घटनाएँ एवं उन्हें उनके कर्त्तव्य का निर्वहन न करने देने की घटनाएं देखकर तो ऐसे लगने लगा है जैसे ‘बंगाल’ देश का हिस्सा ही न हो|

हद तो तब हो गयी जब माँ काली के उपासक ‘बंगाल’ में संदेशखाली जैसी घटना हो गयी और वो भी एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए| जहाँ एक व्यक्ति जो उस क्षेत्र का बेताज बादशाह कहा जाता है, जिसने उस क्षेत्र के लोगों की ज़मीने हड़प लीं, वो लम्बे समय तक संदेशखाली की महिलाओं का यौनशोषण करता रहा और सरकार और प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लगी| इस मामले का खुलासा होने पर भी सरकार ऐसी किसी घटना से लगातार इनकार कर रही है| यहाँ तक कि सरकार द्वारा ही खुले तौर पर शोषित महिलाओं पर दबाव बनाया जाने लगा|

मनुस्मृति में एक श्लोक है “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता| यत्रेयास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः” अर्थार्त “जहाँ नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं, और जहाँ नारियों की पूजा नहीं होती है वहां समस्त क्रियाएं (अच्छे से अच्छे कर्म) निष्फल हो जाते हैं| इस महान संस्कृति में पले-बढ़े हम भारतीय किसी नारी का अपमान कैसे कर सकते हैं|

सच जो भी हो, अगर आरोप लगे हैं, तो सरकार की जिम्मेदारी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो एवं दोषियों को राजनीतिक संरक्षण न मिले, उन पर कठोर कार्यवाही हो| तब तक सरकार उन शोषित महिलाओं को सुरक्षा का भरोसा तो दिला ही सकती है, एक महिला मुख्यमंत्री से कम से कम महिलाओं के प्रति इतनी संवेदना की अपेक्षा तो की ही जा सकती है|

arjitmishra5675

મારી માતૃભાષા મારુ ગૌરવ સ્વાભિમાન,
સ્વપ્નો,અંતરની ભાષા, લાગણીની ભાષા,

નિજ વિચારો, નિજ કલ્પનાની ભાષા,
જેમાં અવનવા ઓરતાં પાંગરે,
જેમાં વિચારોની કુંપળો ફૂટે,
જેમાં કલમની કોયલ ટહુકે,
જેમાં લેખની મન મૂકીને વરસે,
જેમાં મધુર રસથી તરબોળ થવાય,
તે મારી માતૃભાષા ગુજરાતી.
તે મારું ગૌરવ છે, સ્વાભિમાન છે.
©® ડો. દમયંતી ભટ્ટ
વિશ્વ માતૃભાષા દિવસની હાર્દિક શુભેચ્છાઓ. 💐🙏💐

drbhattdamayntih1903

વિશ્વ માતૃભાષા દિવસ (21/02/2024)
અભણ આદિ કવિ અખિલ બ્રહ્માંડે ગુંજે,
ઘૂમે નાદ નરસિંહનો, કરતાલ નરસિંહની.

પ્રેમાનંદના અમર આખ્યાન નળ-દમયંતી,
નર્મદ ની વાણી વદે, મારી હકીકત ગુજરાતી.
પાટણની પ્રભુતા બોલે સિદ્ધરાજ ની જય,
કીર્તિ ગાથા અમર રહેશે ગુજરાતના નાથની.

હું માનવી માનવ થાઉં તો ઘણું,
કલમ સરિતા નીકળે, ઉમાશંકર જોશી ની.
નિર્મળ વહે નર્મદા જ્યાં સરિતા સદા,
ત્યાંથી વહે સરવાણી,મધુર ભાષા ગુજરાતીની.

દલપત જેવું હેત માતનું કોણ વર્ણવી શકે ?
બોટાદકરની જનનીની જોડ નહીં જડે રે લોલ.
જનનીના હૈયામાં પોઢંતા પોઢંતા કોણ ગાઈ શકે,
શોર્ય રસ ને રગ-રગમાં મેઘાણી જ પાઈ શકે.

ખમીરવંત પ્રજા ગુજરાતની, નમણાં નર-નાર,
સીધુ સાદું જીવન એમનું નહીં ખોટી ભરમાર.
વેપાર વાણિજ્યમાં નંબર વન છે ગુજરાતી,
ધર્મ પ્રિય અને ઉત્સવ પ્રિય બંને છે ગુજરાતી.
©® ડો.દમયંતી ભટ્ટ
વિશ્વ માતૃભાષા દિવસની ખૂબ ખૂબ શુભેચ્છાઓ.💐🙏💐

drbhattdamayntih1903

વડોદરાના ઈ મેગેઝીન 'મારા સંવેદનો મારી કલમે'માં રજૂ થયેલી મારી કવિતા😊

s13jyahoo.co.uk3258

bhavnabhatt154654

bhavnabhatt154654

पापा की नानी अम्मा बन के उन्हें डांटने का ,
और बिगाड़ने का एक अलग ही मजा़ है ।

जो सबके लिए बड़े है सम्माननीय बस बेटी को,
उन्हें माँ बन के डांट ने का दररजा़ है ।

कहती माँ पापा से मेरी शैतानियों पर बार बार
हर बार ये आप ही के लाड़ का नतीजा़ है ।

अब किसने किसको बिगाड़ा है ये तो बाप - बेटी
के आलावा आखिरकार कौन ही समजा है ।

desaipragati1108gmail.com102305