इन पहाड़ों में मेरा सुकून बसता है,
इन वादियों में मेरी रूह सजती है।
जहां बादलों का गीत गूंजता है,
वहीं पर मेरी हर सांस बसती है।
हर सुबह की किरणें सोने सी चमकती हैं,
शाम की हवाएं मुझे थपकी सी लगती हैं।
इन नजारों में मैं खोसा जाता हूँ,
पल-पल यहा में नई खुशियाँ पाता हूँ।
फूलों की खुशबू मन को महकाती है,
इन पहाड़ों में मेरी दुनिया सजती है।
रात की चांदनी जब मुझसे लिपटती है,
सितारों की रोशनी से मेरी राहें सजती हैं।
फिर कही दूर से एक हल्का सा ठंडी हवा का झोंका आता है,
और मुझे अपने साथ सपनों के उस जहाँ में उड़ा ले जाता है।
इसीलिए इन पहाड़ों में मेरी दुनिया बसती है,
और सच कहूं,
यहीं मेरे सुकून का रास्ता है।
यहीं मेरे सुकून का रास्ता है।