तु बंद करना
पास से गुजरना, नज़रो को झुकाना,
जुल्फो को लहराना, सपनों मे आना,
हर रोज सताना, जज्बातो से खेलनाl
तु बंद करना।
चाहत का जिक्र करना, मेरी अब फिक्र करना,
पलको पर मुझे बैठाना, झूठी कसमे तेरी खाना,
साँसों मे आकर जाना, गीत प्यार के गानाl
तु बंद करना।
गहरा काजल लगाना, नज़रों को टकराना,
हल्का सा मुस्कराना, भावनाओ से खेलना,
काम मे मसगुल होना, देर से तेरा आनाl
तु बंद करना।
शायरी और गझल लिखना, दर्द मे अब रोना,
सूखे पेड़ों को देखना, उस पर कविता लिखना,
राह पर चलते सेल्फी लेना, बेपनाह प्यार करना,
तु बंद करना।
भरत माली (राज)