पिछली रातों का यहां हिसाब किसके पास है
और संदेह से भरा जवाब किसके पास है
लोग पढ़ते है हर एक पल के करिश्में मगर
जिंदगी के सार का सवाब किसके पास है
हम बहोत सोचते ये सोचके बहुत सोचा
फिर नही सोचा की आफताब किसके पास है
ये किसी और की जगह हम आके बैठे हैं तो फिर
हिज्र की मेरी सजा जनाब किसके पास है
इस गजल में उलझा सा सवाल है बताओ तो
फूल किसके पास है किताब किसके पास है
Subhamsaralcp