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sandeepbarmaiya222154

તારી પાસે બેસી ને...!!

True words Self writing ✍️

k.s.vyas

kishanvyas9642

😍

bipin.ramani

अभी हाल में ही ज्ञानवापी मामले में न्यायालय ने व्यास तहखाने में पूजा करने की अनुमति दे दी| जिसके बाद से तहखाने में पूजा अनवरत् की जा रही है| हिन्दू पक्ष इसे अपनी जीत और मुस्लिम पक्ष इसे अपनी हार समझ रहा है| परन्तु यदि इस पूरे मामले को ऐतिहासिक दृष्टि से समझा जाए, तो समझ में आएगा की ज्ञानवापी परिसर में माँ श्रृंगार गौरी का पूजन और व्यास तहखाने में पूजा/आरती तो सदियों से हो रही थी, तब भी जब देश में मुगलों का शासन था और तब भी जब अंग्रेज़ यहाँ शासक थे| स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी पूजा/आरती का ये क्रम नब्बे के दशक तक तब तक चलता रहा जब तक वोट बैंक साधने वालों के निशाने पर नहीं आ गया| इसलिए यहाँ ये समझने की आवश्यकता है कि अभी ऐसा कुछ अलग या ग़लत नहीं हो गया है|

हमारे देश में सहस्त्रों वर्षों से विभिन्न धर्म/पंथ और संप्रदाय के लोग साथ रहते आये हैं| विभिन्न विचारों और विश्वासों को सम्मान देना हमारी संस्कृति का अटूट हिस्सा रहा है| ध्यान देने योग्य बात ये है कि वर्तमान में जो ज्ञानवापी या मथुरा के मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं वो भूमि/संपत्ति से जुड़े मामले हैं, न कि धर्म से जुड़े जैसा कि दुष्प्रचारित किया जा रहा है, जिनका निर्णय उसी प्रकार कानूनी तरीके से होगा जैसे ‘अयोध्या’ का हुआ|

सबसे बड़ी बात ये कि अलग-अलग धर्मों के मानने वालों का किसी एक ही भूमि पर दावा करना सिर्फ भारत में ही नहीं होता है| ‘येरुशलम’ का ही उदाहरण ले लें, जिसपर यहूदी, इसाई और मुस्लिम तीनों ही सदियों से अपना दावा करते आये हैं| तीनों ही धर्मों में जब जिस समय जो ताक़तवर हुआ उसने ‘येरुशलम’ पर कब्ज़ा कर लिया| इस क्रम में इस पवित्र शहर को अनगिनत बार तहस-नहस किया गया, परन्तु उस ख़ूनी संघर्ष के बाद भी आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका| ऐसे में ‘अयोध्या’ एक उदाहरण है समूचे विश्व के लिए कि इस प्रकार के संवेदनशील मामलों को शांतिपूर्ण ढंग से ही सुलझाया जा सकता है|

कितना ही अच्छा हो कि हम शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अपनी महान परंपरा को आधार बनाकर इन मामलों को स्वयं ही सुलझा लें| क्या ही सुन्दर दृश्य होगा जब ऐसी विवादित धर्मस्थल पर सभी मत/विश्वास वाले एक साथ अपने-अपने मतानुसार ख़ुदा की इबादत भी करें और ईश्वर की प्रार्थना भी|

arjitmishra5675

navyajaiswal6866

ભલે તમે મહેલમાં રહેતા હોવ પણ જો તમારા જીવનમાં

સુખ ચેન ના હોય તો એ મહેલ કરતા

નાનકડી ઝુંપડી સો દરજ્જે સારી

કેમ કે

રહેવા માટે મહેલ હોય પણ

તમે નિરાંતે ઊંઘી ના શકોતો

એ મહેલ એ સુખ સાહ્યબી

શું કામની ??????????????

ankitapatel2394

The auspicious Sanctification ceremony of the non-sectarian Trimandir took place in Bhavnagar in the presence of Pujyashree Deepakbhai on Feb 18th, 2024.

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#auspicious #auspiciousday #temple #templeofindia #trimandir #DadaBhagwanFoundation #Bhavnagar

dadabhagwan1150

navyajaiswal6866

navyajaiswal6866

મિત્રો તમને સમજ પડી આમા..?
જવુ જોઈએ કે ના જવુ જોઈએ...??🤔🤔
કમેન્ટમા જરૂર જણાવજો.

jighnasasolanki210025

મને મારા મૌનમાં મલકવાની ટેવ છે.!
તને ના ગમે તો હું શું કરું!!!

મને મારા એકાંત ની મજા માણવી છે!
તું ના સમજે તો હું શું કરું!!!

મને તો લહેરો સાથે રમવાની ટેવ છે!
તને બીક જો પાણીની તો હું શું કરું!

મને તો પતંગિયા ના રંગો ની મોજ છે!
તને જો બાગ ના ગમે તો હું શું કરું!!

મને હવાની અલ્લડતા સ્પર્શવાની ટેવ !
તને ચાર દીવાલો ગમે તો હું શું કરું!

વેદના ને નકારનો ના ભણવાની ટેવ છે!
તને હકારમાં ધૂણવુ ગમે તો હું શું કરું!

palewaleawantikagmail.com200557

anjurani6431