Most popular trending quotes in Hindi, Gujarati , English

World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.

New bites

मेरा प्यार,या मेरा जुड़ाव जो
तेरे साथ है वो
किसी बाहरी कोशिश या बनावट से नहीं बना।

न मैं किसी पत्थर की सूरत हूँ,
जो तराशी गई हो किसी और के हाथों से ..

मेरे चेहरे को ज़रा गौर से देखो,
तो समझ पाओगे...
मैं तो वही मूरत हूँ,
जिसमें तेरी नजरों ने जान भर दी।

ना वक्त ने इशारा किया, ना किस्मत ने खबर दी
तू किसी आँगन की सीढ़ी से नहीं..बस यूँ ही,अपने आप
मेरी रूह में उतर आया

_Mohiniwrites

neelamshah6821

✧ वेदांत 2.0 ✧
विषय: वर्तमान का निर्णय — भविष्य की योजना से परे जीवन का विज्ञान

---

१. निर्णय का स्वरूप — वर्तमान बनाम भविष्य

मनुष्य के निर्णय दो प्रकार के होते हैं —
एक जो वर्तमान से जन्म लेते हैं,
दूसरे जो भविष्य की कल्पना से।

आध्यात्मिकता वर्तमान का निर्णय है —
क्षण की नाड़ी को सुनकर उठता है,
किसी लक्ष्य या योजना पर आधारित नहीं।
यह जीवन का स्वाभाविक विज्ञान है —
जहाँ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि सहज उत्तर होता है।

विज्ञान, धर्म, और शिक्षा —
तीनों भविष्य के निर्णयों पर टिकी व्यवस्थाएँ हैं।
वे समझते हैं, योजना बनाते हैं, लक्ष्य तय करते हैं,
और इस प्रकार समय की रेखा पर चलते हैं।

> सूत्र १:
आध्यात्मिकता निर्णय है; विज्ञान और धर्म योजना हैं।

---

२. विज्ञान, धर्म और अस्तित्व की दृष्टि

विज्ञान का प्रयोजन है — गलती दोहराई न जाए।
वह भविष्य को सुरक्षित करना चाहता है।
धर्म का प्रयोजन है — सुख दोहराया जाए।
वह भविष्य को स्वर्ग बनाना चाहता है।

पर अस्तित्व भविष्य नहीं देखता।
वह तो केवल ‘अभी’ में जीता है —
या तो तत्काल समाधान है, या फिर धैर्यपूर्ण प्रतीक्षा।
वह किसी परियोजना का निर्माता नहीं,
बल्कि घटनाओं का साक्षी है।

जैसे नदी पार करनी हो —
या तो अभी छलाँग लगा दो,
या फिर प्रवाह का इंतजार करो।
दोनों ही निर्णय हैं, पर योजना नहीं।

> सूत्र २:
अस्तित्व न सोचता है, न टालता है — वह केवल घटता है।

---

३. शांति का द्वार — योजना से स्वीकृति तक

विज्ञान और बुद्धि का क्षेत्र सुख-दुख के लिए योजनाएँ रचता है।
वह सोचता है कि भविष्य सुधर जाए तो जीवन संपूर्ण होगा।
पर हर योजना में ऊर्जा का क्षय होता है,
क्योंकि मन जो “आने वाले” में जीता है,
वह “होने वाले” को खो देता है।

जीवन वहीं खिलता है जहाँ योजना समाप्त होती है।
वर्तमान ही वह द्वार है जहाँ संतोष प्रवेश करता है।
भविष्य की योजना सदैव अशांति का स्रोत है,
और वर्तमान की स्वीकृति — मौन की उपस्थिति।

> सूत्र ३:
भविष्य की योजना मन को थकाती है,
वर्तमान की स्वीकृति आत्मा को जगाती है।

---

समापन विचार:
आध्यात्मिकता कोई प्रणाली नहीं —
यह जीवन का निर्णय-तंत्र है,
जो हर क्षण अपने सत्य को चुनता है।
विज्ञान सुधार चाहता है, धर्म व्यवस्था,
पर अध्यात्म केवल साक्षी —
वह कुछ बनाता नहीं, केवल होता है।

©Vedānta 2.0 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲 —

#SpiritualWisdom #IndianPhilosophy #आध्यात्मिक #osho #agyatagyaani

bhutaji

ദൂരം 2🥰🥰

nithinkumarj640200

Welcome to RKC Business Growth Academy — your destination for learning business strategies, success habits, and growth mindset.

Here, we share powerful lessons on entrepreneurship, motivation, and financial freedom to help you grow your business and your life.

🔥 Learn. Grow. Succeed — The RKC Way.

🎓 Subscribe now and join the Business Growth Revolution!

rajukumarchaudhary502010

🙏જીવનને માણવું સાવ સહેલું છે🙏
જ્યારે આપણે નાની મોટી સફર કરીએ છીએ ત્યારે,
માર્ગમાં આવતા સાઈન બોર્ડને અનુસરીને કરેલ ડ્રાઈવીંગ,
અને જીવન સફરમાં માતાપિતાએ આપેલ બોધ પ્રમાણે જીવાતું જીવન, આપણી સલામતીની સાથે-સાથે સફરનો પૂર્ણ આનંદ આપી આપણને હેમખેમ આપણી મંઝિલ સુધી પહોંચાડે છે.
સફરમાં પણ
જીવન સફરમાં પણ 👍

shaileshjoshi0106gma

दिल से दिया गया श्राप जरूर असर करता है। चंदा बाबू ने कोर्ट के चक्कर लगाते लगाते थककर एक टीवी चैनल पर रोते हुए कहा था कि यह कोर्ट-कचहरी तो इंसानी हैं। जिस तरह से शहाबुद्दीन ने मेरे दोनों बच्चों को तेजाब में डुबोकर मारा है, यह आसान मौत नहीं मरेगा, यह एड़िया रगड़ रगड़ कर तड़प तड़प कर मरेगा और चिल्ला चिल्ला कर मरेगा, जैसे मेरे बच्चे चिल्लाए होंगे। और ईश्वर का न्याय देखिए, कोविड के खतरनाक लहर में शहाबुद्दीन के दोनों फेफड़े नाकाम थे, ऑक्सीजन नहीं मिली और हॉस्पिटल में प्रत्यक्षदर्शी बता रहे थे कि यह चिल्ला चिल्ला कर एड़िया रगड़ रगड़ कर घंटों तक तड़पा और चिल्लाकर कहता था कि मुझे चंदा बाबू का श्राप लग गया है और अंत में उसी हालत में यह पापी एड़ियां रगड़ते रगड़ते हुए मर गया। कौन कहता है भगवान न्याय नहीं करते? 🤔💭👏

hindbharat

કોઈનાય ચારિત્ર સંબંધી શંકા ના કરાય, બહુ મોટી જોખમદારી છે. મોટા મોટા તીર્થંકરો જે માને પેટે જન્મ્યા, તેમાં સ્ત્રીને કેમ દોષિત ગણાય? શંકા શાને માટે કરવાની? જે કરે છે તે તેની જોખમદારી છે. - દાદા ભગવાન

વધુ માહિતી માટે અહીં ક્લિક કરો: https://dbf.adalaj.org/wDIF7RmH

#quoteoftheday #spiritualquotes #spirituality #quote #DadaBhagwanFoundation

dadabhagwan1150