तेरे मेरे दरमियान by CHIRANJIT TEWARY in Hindi Novels
आदित्य जो भारत के सबसे अमिर घर का छोटा बेटा है जिसके मेहनत से उसने अपने पापा के डुबते कंपनी को भारत के सबसे बड़ा कंपनी ब...
तेरे मेरे दरमियान by CHIRANJIT TEWARY in Hindi Novels
आदित्य: - मोनिका मेरी बात सुनो । हेलो , हेलो । मोनिका ।मोनिका :- देखो आदित्य, मैं जानती हूँ के तुम मुझसे बहोत प्यार करते...
तेरे मेरे दरमियान by CHIRANJIT TEWARY in Hindi Novels
"इतना बोलकर जानवी फोन काट देती है । अशोक ये सब सुनकर हैरान था । जिस बेटी को उसने इतना प्यार से पाला । आज उसी बेटी ने उसो...
तेरे मेरे दरमियान by CHIRANJIT TEWARY in Hindi Novels
जानवी :- पापा ! पापा । ये क्या , ये सब कैसे हो गया ?अशोक :- कुछ नही बेटा मैं अभी बिल्कुल ठिक हूँ । ये अगर नही होता । तो...
तेरे मेरे दरमियान by CHIRANJIT TEWARY in Hindi Novels
अशोक की बात को सुनकर जानवी बहोत इमोशनल और कंफ्यूज  हो जाती है । वो सौच मे पड़ जाती है के वो क्या करे । इधर जानवी के पापा...
" अरे मेरी जान , इतनी खुबसूरती का क्या करोगी , थोड़ा रस हमे भी तो चखने दो । कसम से बस एक बार , एक बार मेरे साथ एक रात बितालो , पुरी रात ...Read More
नवनाथ महात्म्य by Vrishali Gotkhindikar in Marathi Novels
नवनाथ महात्म्य भाग १ भारतात जेव्हा तांत्रिक आणि साधकांचे चमत्कार आणि नीती बदनाम होऊ लागल्या आणि शक्ती, मद्य, मांस आणि मादी व्यभिचारामुळे साधक द्वेषाने पाहिले गेले आणि , तेव्हा नाथ संप्रदायाचा जन्म कृतींच्या मोक्षासाठी झाला. नाथ संप्रदाय हिंदू धर्मातील ...Read More
नवनाथ महात्म्य by Vrishali Gotkhindikar in Marathi Novels
अशोक कहता है ----->" ये पैरो मे चोट और कल तुम कहां गयी थी , दामाद जी से पूछा तो उन्होने कहा के तुम अपने दोस्तो के साथ बाहर गयी हो । पर मैं जानता हूँ के तुम्हारे ऐसे ...Read More
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