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अध्याय 39 पिछला सारांश: दामोदरन अपने जाल में धनंजयन को फंसाने की यो...
मेरा नाम रूबी खातून है। पटना, बिहार से हूं। बिहार की पहली ऐसी महिला थिएटर आर्टिस...
एक सिटी में एक लड़का और एक लड़की रहते थे । उनका नाम आहान और शनाया था। यह दोनों...
"दुशासन"आज्ञा भ्राताश्री।""तुम जाओ और द्रौपदी को सभा मे ले आओ"जैसी आज्ञाऔर दुशास...
ये कहानी do दोस्त की है jo हमउम्र है एक का नाम sanyira tha wahi दुसरे का नाम Riv...
मीरा की बाते सुन कर यूवी चुप हो जाता है। तब मीरा बोलती है, "क्या हुआ आप चुप क्यो...
वाजिद हुसैन सिद्दीक़ी की कहानी पहली बार जब मैंने अशरफ को देखा था, तो उसे देखती ह...
------(3)------ वो सब मदन जानता था। कि बह...
परिचय Dosti ek aisa rishta hai jo kabhi plan karke nahi ban...
Part - 3हर बार मैंने उसे देखा और हर बार मेरा प्यार उसके लिए बढ़ता ही गया। उसे दे...
वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही चाहता। वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब्बत मिलती है। चलिए अब मैं अ...
प्यार!! देखा जाए तो यह सिर्फ चार अक्षरों का शब्द है, पर आज तक कोई इसका असली मतलब नहीं समझ पाया। हर किसी के लिए इसका मतलब अलग होता है। किसी के लिए रिलेशनशिप प्यार है, किसी के लिए कि...
...."ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ"... ..."निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा"....ये मेरी पहली कहानी का पहला भाग है......इसे जी भरकर प्यार दीजिएगा........
माउंट आबू के उस अंतिम छोर पर स्थित एक छोटे से आश्रम में अपने कमरे के बाहर लॉबी में एक कुर्सी पर बैठी आशी दूर अरावली के पर्वतों की शृंखला को न जाने कब से टकटकी लगाकर देख रही थी| शीत...
यह कहानी है जानवी की ,,,,,,जो बहुत ही प्यारी है,,,और अपने घरवालों की लाडली है,,,,,,और साथ में बहुत जिद्दी भी।,,,,,,जो काम एक बार थान ले,,,,,,वो कर के ही रहती है।,,,,,,वो कर बैठी है...
"बुआ, क्या बनाऊं..." बीस साल की मधुरिमा ने बेहद उदास स्वर में पूछा "ऐसे पूंछ रही हौ बिटिया जैसे घर भरा पड़ा है सामान से" भगवतगीता बन्द करते हुए पचपन वर्ष की सुशीला...
राठौड़ विला......रात के २ बजे... आज सालों के बाद रात के २ बजे भी राठौड़ विला कलरफुल लाइट्स से जगमगा रह था। रंग बिरंगी फूलों को खुशबू और खुबसूरती बिल्ला को कुछ अलग ही रूप दे राहा...
हेल्लॉ दोस्तो इ हॉप की सब ठीक हो होंगे तो आज की कहानी की जानकारी यह है की इस कहानी मे दो तरह के तरीके पढ्ने को मिलेंगे एक conversation और दुसरा narrator यानी इस कहानी मे कुच एपिसोड...
कुछ रिश्ते ऊपर वाले ही तय कर के रखता है और हमारे ऊपर छोड़ देता कि किसी तरह से भी इनको मिलना ही है पर प्यार का दूसरा नाम समर्पण त्याग बलिदान भी होता है।। इंसान सोचता कुछ है और होता...
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