तू सोच ले उस आँसू की क्या कीमत होगी,
जिसके कतरे कतरे में तेरी जरूरत होगी।
अब तलक जिसने दीदार की मांगी दुआ,
सोच उस इंतजार की घड़ी कितनी खुबसूरत होगी।
दुनिया कहती है कि किसी से कोई उम्मीद न रखो,
उम्मीद ही न हो तो कैसी मोहब्बत होगी!
दिल कहे, जान कहे कि कहे तुझे ईमान,
सारा जहान कहते हैं, जलनेवालों को शिकायत होगी।
इक आरजू लिये जिये जाते हैं बेदर्दी जहां में,
इक ख्वाहिश लिये नाचीज यहीं से रुखसत होगी।
राखी