The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.
ચાહે છે દિલો-જાનથી,
મારા પર એ કેટલી મરે છે.
બનાવે છે રોજ નવા સપના,
મારા પડખે ચાલે છે ને શ્વાસ ભરે છે.
મારી આંખોમાં જુએ છે,
અને મારા દર્દને ઓળખે છે.
ક્યારેક તો વિચારતી થઈ જાઉં છું,
હું એની માં છું કે તે મારી માં છે.
ક્યાંથી આવ્યો આટલો પ્રેમ?
અગાધ, વિશાળ, જેનો અંત નથી.
કેવી ભાગ્યશાળી છું,
કે તે મારી દીકરીઓ છે.
DHAMAK
How can we leave a person knowing that she loves us but at the same time she gives us suffering? Are you trapped between love and suffering? Let's find out what the root cause of suffering in a relationship is and what is missing in your relationship.
Watch this video to understand the secrets of a happy married life.
Watch here: https://youtu.be/ofpPi0Gm5dY
#Relationship #relationshipadvice #marriedlife #couplegoals #DadaBhagwanFoundation
યોજના ઈશ્ર્વરની આપણા કરતા પણ તગડી છે...
આતો દખલગીરી થઈ ગઈ ને સ્થિતિ બગડી છે...
વિશ્વાસની વાતો,ખાલી વાતો છેતરામણી છે...
શ્રદ્ધા તો કામ પડે ત્યારે જ શિખરે પહોચાડી છે...
બધું થતું એના નામે, કઈક મેળવવાનો જો આશય છે...
મળી જાય જોઈતું તો પોકળ અહંકારની વાહવાય છે ..
રમત ઈશ્ર્વર નથી રમતો,માણસો ની શોધ અનોખી છે...
જીતે તો હું અને હારે તો ઈશ્ર્વર પર મરજી થોપી છે....
હિંમત તો હિમાલય જેવડી હૃદયમાં દફનાવી છે....
આતો દોષ બીજાને આપવા મુકેલી ખુલ્લી બારી છે....
ઇશ્વરને નફા - ખોટનું ખાલી એક નામ બનાવી સમરે છે...
પણ,ભાવ વગર તો ઈશ્ર્વર થોડો અંતરમાં ઝળકે છે?...
कभी-कभी ज़िंदगी हमें इतना तोड़ देती है…
कि इंसान को खुद पर भी शक होने लगता है।
लेकिन वही ज़िंदगी हमें वो मोड़ भी देती है…
जहाँ से उड़ान शुरू होती है।
ये कहानी है आदित्य की…
एक ऐसे लड़के की जिसने ज़मीन से आसमान तक का सफर तय किया –
लेकिन बिना शॉर्टकट, बिना किसी चमत्कार के।
सिर्फ अपने हौसले, मेहनत और विश्वास के दम पर।
आदित्य सिंह – बिहार के एक छोटे गाँव का लड़का।
पिता खेती करते थे, माँ गृहिणी थीं।
घर में टीवी नहीं था, मोबाइल नहीं था…
बस था तो एक सपना – IAS बनना।
जब वो अपनी माँ से कहता, "मैं अफसर बनूंगा…"
तो माँ मुस्कुरा देतीं… और कहतीं,
"तू कुछ भी कर सकता है, बेटा… तू मेरा शेर है।"
गाँव वाले हँसते थे, दोस्त मज़ाक उड़ाते –
"तू IAS?"
लेकिन आदित्य के कानों में सिर्फ माँ की बात गूंजती –
"तू कर सकता है…"
12वीं के बाद उसने ग्रेजुएशन किया – गाँव में रहकर ही।
कोचिंग नहीं थी… YouTube पर फ्री लेक्चर देखे।
गाँव के छोटे पुस्तकालय में बैठकर घंटों नोट्स बनाता।
पहली बार परीक्षा दी… और फेल हो गया।
रात को खूब रोया… अकेले… माँ के सामने नहीं।
पर सुबह उठते ही… फिर से किताबों में झुक गया।
दूसरी बार… फिर असफल।
तीसरी बार… सिर्फ दो नंबर से चूक गया।
सबसे बड़ा झटका था।
लोग बोले – “अब छोड़ दे।”
पर आदित्य ने कहा –
"आखिरी बार सही… लेकिन इस बार जान लगा दूंगा।"
सुबह 5 बजे उठना… 14 घंटे पढ़ाई…
सोशल मीडिया बंद… दुनिया से दूरी…
सिर्फ किताबें, चाय, और सपना।
चौथी बार परीक्षा दी…
हर पेपर में आत्मविश्वास था।
रिज़ल्ट आया…
दोस्त ने फोन कर कहा – "भाई… तू टॉप 50 में है!"
वो चुप रहा…
फिर माँ की गोद में सिर रखकर… फूट-फूट कर रो पड़ा।
आज उसका सपना… सच था।
गाँव में ढोल बजे…
जिसे लोग ‘बेकार’ कहते थे… अब उसे ‘साहब’ कहा जाने लगा।
माँ की आँखें नम थीं… लेकिन मुस्कान थी।
अब वही लोग इंटरव्यू लेने आए…
जो कभी कहते थे – "तेरे बस का नहीं।"
ज़िंदगी में गिरना ज़रूरी है…
क्योंकि तभी तो उड़ने का हौसला पैदा होता है।
अगर आदित्य… उस छोटे गाँव का लड़का…
बिना साधन, बिना कोचिंग…
देश का अफसर बन सकता है –
तो आप क्यों नहीं?
"हार सकते हो… लेकिन हार मानना मत।"
अगर ये कहानी आपको प्रेरणा देती है…
तो वीडियो को Like करें,
Comment में लिखें – "मैं भी कर सकता हूँ",
और हमारे चैनल *Kahaniyon Ka Duniya* को Subscribe करना मत भूलें।
आपका एक Like…
एक नए आदित्य को हिम्मत दे सकता है।
*दोहा-सृजन हेतु शब्द*
*नौतपा, लूक, ज्वाला, धरा, ताप*
धरा *नौतपा* में तपे, सूखे नद-तालाब।
मानव व्याकुल हो रहे,पशु पक्षी बेताब।।
तपी दुपहरी *लूक*-सी, कठिन हुआ है काम।
जीव जगत अब भज रहा, इन्द्र देव का नाम।।
राष्ट्रप्रेम-*ज्वाला* उठी, चला सैन्य-सिंदूर।
पाकिस्तानी जड़ों में, मठा-डाल भरपूर।।
*धरा* हमारी राम की, कृष्ण-बुद्ध की राह।
बुरी नजर यदि उठ गई, लग जाएगी आह।।
बँटवारे के *ताप* को , भोग रहा था देश।
भारत के चाणक्य अब, बदल रहे परिवेश।।
मनोज कुमार शुक्ल *मनोज*
✨ “True relationships aren’t built on gifts or riches – they’re nurtured with love alone.”
🖋️ — Dhirendra Singh Bisht
📖 Author of वो जो लौट आया था मुस्कराने
💡 A gentle reminder: Material things fade, but love remains timeless. ❤️
📚 Get your copy today from Amazon, Flipkart, or Notion Press!
👇 Tag someone who believes in love over luxury!
#QuoteOfTheDay #AuthorQuotes #IndianWriters #RelationshipWisdom #LoveAboveAll #BookstagramIndia #DhirendraSinghBisht
"तेरे बिना कुछ भी नहीं"
तेरी आंखों में जो ठहराव है,
वो शहर की भीड़ में मेरा ठिकाना है।
तू जब मुस्कुराती है यूं बेपरवाह,
दिल सोचता है — और क्या चाहिए अब खुदा से?
तेरे बिना जो जिया वो वक़्त नहीं था,
सांसें थीं... पर ज़िंदगी कहीं नहीं थी।
तू साथ हो तो चाय भी कविता लगती है,
तेरे बिना कॉफ़ी भी फीकी लगती है।
तेरे आने से खामोशी में हरकत आई है,
दिल की दीवार पर तेरा नाम लिखा दिखाई देता है।
तू समझता नहीं पर हर बात समझा जाता है,
तेरा चुप रहना भी मेरा हाल बयाँ करता है।
तेरे ज़िक्र से भी फूल खिल जाते हैं,
और लोग कहते हैं, "तू कुछ ज़्यादा मुस्कुराता है आजकल।"
तेरी तस्वीर को देखा हर दिन नए नज़रों से,
जैसे हर बार तू थोड़ी और मेरी हो जाती है।
तेरे बिना जो किताब पढ़ी वो खाली थी,
तू थी तो हर लफ़्ज़ में रौशनी थी।
तेरा नाम जुबां पर आते ही कुछ थम जाता है,
जैसे दिल भी कहता है — बस अब और मत बोल।
तेरे होने से मुकम्मल हूं मैं,
वरना खुद को भी पूरा नहीं समझता था।
-सुहेल अंसारी । सनम
**ग़ज़ल: जुदाई की तड़प**
तेरे बिन सूना सा हर एक मंज़र रहा,
दिल में बस तेरा ही आलम बस्तर रहा।
खामोशी की चादर ओढ़े रातें जागतीं,
चाँद भी तन्हा, जैसे मुझ में बिखर रहा।
वो मुलाकातें, वो बातें, वो हँसी के पल,
अब ख्वाबों में बस धुंधला सा असर रहा।
साँसों में बसी थी जो तेरी खुशबू कभी,
अब आँसुओं का वो समंदर बिखर सा रहा।
गलियों में तेरी याद की सैर करता हूँ,
हर कदम पे दर्द का साया नुमाया सा रहा ।
क्या कहूँ इस जुदाई ने क्या-क्या छीना,
खुद से भी मेरा वजूद अब बे-सहर रहा।
तेरे बिना हर लम्हा इक सजा सा बन गया,
जिंदगी का हर रंग अब जैसे ,बे रंग सा लगा l
कभी नज़रों में थी तुझ से दुनिया सारी,
अब आँखों में बस तेरा ही अक्स रहा।
सुनहरी यादों का मेला दिल में सजता है,
पर हर याद में तेरी दर्द का सैलाब बहता रहा।
कहाँ गए वो वादे, वो कसमें, वो बातें,
अब बस तन्हाई का सफर अकेले ही कट ता रहा।
तू पास नहीं, फिर भी तू हर जगह बस्ता,
दिल का हर कोना तुझ से ही तो बस्तर रहा।
जुदाई की आग में जलता हूँ रात-दिन,
फिर भी तुझ में ही मेरा जीना बसर रहा।
कभी तो आएगा वो लम्हा मुलाकात का,
जो ख्वाबों में हर पल मुझ में संवर रहा।
इस दिल ने चाहा तुझ को हर साँस में बस,
पर जुदाई का दर्द ही अब तक बिखर रहा।
सुहेल अंसारी (सनम)
**तू ही है वो***
**तू ही है वो बात जो लफ़्ज़ों से आगे है,**
दिल में बसी कोई धड़कन की तरह है।
**तेरा हँसना जैसे बारिश की पहली बूँद,**
मन की तपिश पर ठंडी सी राहत है।
**तेरी आँखों में जो खामोशी बसी है,**
वो कहानियों से भरी एक किताब है।
**तू जब पास होता है, सब कुछ ठहर सा जाता है,**
वक्त भी रुककर तुझमें समा जाता है।
**तेरे होने से हर दिन लगे त्योहार सा,**
वरना हर दिन बस एक सा गुज़रता था।
**मैंने तुझमें खुद को देखा है कई बार,**
तू आईना भी है, और तस्वीर भी।
**तेरी आवाज़ की ख़ुशबू में डूबा रहता हूँ,**
हर बात तेरी जैसे कोई गीत हो।
**तेरा नाम जब भी लबों पे आता है,**
दिल बिना वजह मुस्कुरा जाता है।
**तू नहीं होती तो शायद मैं भी अधूरा होता,**
तेरे साथ होने से मुकम्मल हूँ मैं।
**तेरे स्पर्श में जो गर्मी है, वो सूरज सी,**
और जो नर्मी है, वो चाँदनी सी।
**तेरी ख़ामोशियाँ भी बोलती हैं मुझसे,**
और मैं हर बार उन्हें सुन लेता हूँ।
**तू अगर ख्वाब है तो नींदें दुआ बन जाएं,**
तू अगर हकीकत है तो हर रोज़ ईद हो।
**इस मोहब्बत को क्या नाम दूँ, कुछ सूझे नहीं,**
तू मेरा सब कुछ है, पर सब कुछ भी कम लगे।
**तू ही वो अहसास है जो बिन कहे भी जीता है,**
तू ही वो साज़ है जो बिन छुए भी बजता है।
सुहेल अंसारी । सनम
✨
**चाँदनी रात में तुझको पुकारूँ**
चाँदनी रात में तुझको पुकारूँ,
तेरे बिन सजना मन को ना देखूँ।
चाँद की किरनें बिछे रे बिछाने,
तेरे बिन ये रात अधूरी रे देखूँ।
पानी की लहरें करे रे पुकारा,
तेरे बिन ये नदिया सूनसान देखूँ।
सितारे झिलमिल करे रे इशारा,
तेरे बिन ये आकाश उदास रे देखूँ।
गाँव की गलियों में चाँद रे चमके,
तेरे बिन ये गलियाँ खाली रे देखूँ।
हवा की सरगम सुनाये रे गीतवा,
तेरे बिन ये धुनें अधूरी रे देखूँ।
महके रे फूलों की खुशबू हवाओं में,
तेरे बिन ये बगिया बेकार रे देखूँ।
झींगुर की आवाज़ बजे रे रात में,
तेरे बिन ये संगीत फीका रे देखूँ।
पेड़ों की छाँव में सपने रे सजते,
तेरे बिन ये सपने अधूरे रे देखूँ।
अंखियों में तेरा रे चेहरा बसे रे,
तेरे बिन ये नैन तरसते रे देखूँ।
दिल की किताबों में तेरा रे नामवा,
तेरे बिन ये पन्ने खाली रे देखूँ।
चाँदनी रात में तेरा रे इंतज़ार,
तेरे बिन ये लम्हे भारी रे देखूँ।
तेरे संग सजना सजे रे ये रातें,
तेरे बिन ये चाँदनी ठंडी रे देखूँ।
दिल-ए-मोहब्बत ये कहे बेकरारी,
तेरे संग सजना जीना रे देखूँ।
सुहेल अंसारी । सनम
**सुबह तेरा ख्याल**
सुबह 5 बजे, नींद से जागा,
तेरे ख्याल में, दिल ये भागा,
बालकनी में हवा, चुपके से बोले,
तेरे बिन सजना, ये दिल ना डोले।
सुबह तेरा ख्याल, दिल को भाये,
तेरे प्यार का रंग, मन को लाये,
तेरे संग हर पल, जीना है मुझको,
तू है मेरा सपना, तुझसे ही जादू।
कॉफी की चुस्की, तेरे नाम की,
फोन की स्क्रीन पे, तस्वीर तेरी सी,
तेरे मैसेज का, इंतज़ार करता,
तेरे रिप्लाई से, दिल मेरा धड़कता।
सुबह तेरा ख्याल, दिल को भाये,
तेरे प्यार का रंग, मन को लाये,
तेरे संग हर पल, जीना है मुझको,
तू है मेरा सपना, तुझसे ही जादू।
शहर की सड़कों पे, तुझको ढूंढूँ,
लाइट्स की चमक में, तुझको ही पूछूँ,
तेरे प्यार की धुन, हेडफोन में बजती,
तेरे बिन ये धुन, अधूरी सी लगती।
पार्क की बेंच पे, तेरा इंतज़ार,
तेरे कदमों की, सुनूँ मैं पुकार,
तेरे बिन सजना, ये वक्त ना कटे,
तेरे प्यार में ही, मेरा दिल बटे।
तेरे संग बारिश में, सेल्फी लूँ मैं,
तेरे प्यार में डूबके, गीत गुनगुन मैं,
तेरे बिन सजना, ये दुनिया है काली,
तू है मेरा सूरज, तू मेरी लाली।
सुबह तेरा ख्याल, दिल को भाये,
तेरे प्यार का रंग, मन को लाये,
तेरे संग हर पल, जीना है मुझको,
तू है मेरा सपना, तुझसे ही जादू।
तो आ जा पास मेरे, थाम ले ये हाथ,
सुबह की धूप में, करें प्यार की बात,
तेरे बिन सजना, अधूरी कहानी,
तू है मेरा प्यार, मेरी सुबह की रानी।
सुहेल अंसारी । सनम
**तेरे बिन सजना लागे ना मनवा**
(रदीफ़: "लागे ना मनवा", काफिया: "कनवा")
सावन की बूंदें बरसें रे कनवा,
तेरे बिन सजना लागे ना मनवा।
खेतों की माटी महके रे सुनवा,
तेरे बिन ये धरती ठंडी रे कनवा।
पंछी की चहचह गाए रे गीतवा,
तेरे बिन ये धुन अधूरी रे कनवा।
चंदा की चांदनी झिलमिल करे रे,
तेरे बिन ये रात सूनसान कनवा।
माथे पे बिंदिया सजायी मैंने रे,
तेरे बिन ये साज फीका रे कनवा।
चूड़ी की खनक में गूँजे रे बोलवा,
तेरे बिन ये कंगना खामोश कनवा।
गाँव की चौपाल पे बातें रे करवा,
तेरे बिन ये सखियाँ उदास रे कनवा।
महके चमेली की कलियाँ रे सुनवा,
तेरे बिन ये खुशबू ना भाए कनवा।
बरगद की छाँव में सपने रे सजवा,
तेरे बिन ये नींद ना आए कनवा।
पनघट पे पानी भरूँ रे मैं डोलवा,
तेरे बिन ये गागर भारी रे कनवा।
सुरमई अंखियों में सपने रे बसवा,
तेरे बिन ये नैन तरसते रे कनवा।
दिल की दुआएँ करे रे पुकारवा,
तेरे बिन ये धड़कन रुके रे कनवा।
बाहर की हवा में तेरा रे संदेसवा,
तेरे बिन ये मौसम बेकार रे कनवा।
दिल-ए-मोहब्बत ये कहे बेकरारी,
तेरे संग सजना सजे मेरा मनवा।
सुहेल अंसारी।सनम
**तेरे बिन सजना लागे ना जिया**
सावन की रिमझिम में बरसे गगनिया,
तेरे बिन सजना लागे ना जिया।
खेतों की पगडंडी पे चंदा चमके,
तेरे बिना चाँदनी ठंडी पिया।
गाँव की गलियों में पपीहा बोले,
तेरे बिन ये गीत अधूरे पिया।
माथे पे बिंदिया सजाके मैं आई,
तेरे बिन ये शृंगार फीका पिया।
महके चमेली, गुलाबों की डारी,
तेरे बिन ये खुशबू ना भाये पिया।
अंखियों में सपने सजाये मैंने,
तेरे बिन ये सपने ना साजे पिया।
दिल की दुआएँ करे बेकरारी,
तेरे संग जीना, ना मरे ये जिया।
सुहेल अंसारी। सनम
**तेरे बिन ये सुबह**
सुबह 5 बजे, कॉफी की चुस्की,
तेरे मैसेज की, यादों की रुस्की,
बालकनी में हवा, चुपके से बोले,
तेरे बिन दिल ये, कुछ अधूरा सा खोले।
तेरे बिन ये सुबह, रंगों से खाली,
तेरी बातें ही, बनें मेरी लाली,
तेरे संग जी लूँ, हर एक लम्हा,
तू है मेरा म्यूजिक, मेरा सारा गाना।
शहर की रौशनी, जगमग सड़कें,
तेरे साथ की, वो प्यारी बड़बड़ बक-बकें,
हेडफोन में धुन, तेरी आवाज़ गूँजे,
दिल की स्क्रीन पे, तेरा चेहरा ही झलके।
तेरे बिन ये सुबह, रंगों से खाली,
तेरी बातें ही, बनें मेरी लाली,
तेरे संग जी लूँ, हर एक लम्हा,
तू है मेरा म्यूजिक, मेरा सारा गाना।
तेरे नाम की स्टोरी, इंस्टा पे लगाऊँ,
तेरे प्यार में डूबके, मैं दुनिया भुलाऊँ,
सनराइज की सेल्फी, तेरे संग है प्यारी,
तेरे बिन सजनी, ये ज़िंदगी है कारी।
तो आ जा पास मेरे, थाम ले ये हाथ,
सुबह की धूप में, करें हम प्यार की बात,
तेरे बिन अधूरी, ये सारी कहानी,
तू है मेरा प्यार, मेरी सुबह की रानी।
सुहेल अंसारी(सनम)
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.