Most popular trending quotes in Hindi, Gujarati , English

World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.

New bites

https://youtu.be/6JGPAUYwfk8?si=GPZIG5w-H1CZl9Da

आल्कलाइन पानी पीने के चौंका ने वाले फायदे

Alkaline water method & benefits

anilmistri260@gmail.com

मैं कुछ नहीं हूं
तुम्हारे बिना ...
तुम भी
कुछ नहीं बन जाओ ना ।

मैंने सुना है
कुछ नहीं ही है
जो रहेगा
हमेशा हमेशा के लिए
इस दुनियां में ।।

rajnijoshi8512gmailc

navyajaiswal6866

मन की शांति, दिल को सुकून और रूह को ठंडक देंगी ये प्यारी बातें ||शायरी गुलज़ार सी || कुछ सच्ची बातें
https://youtu.be/KItXixi2h2o

dhirendrabisht7696

आपका एक विचार आपकी ज़िन्दगी बदल सकता हैं || Best Motivational Video Ever In Hindi || Life Success
https://youtu.be/taDdc_6vbrI

dhirendrabisht7696

😌😌

harshidajoshi7051

रिश्ते

ripalvyas73gmail.com172629

माना की बह जाता है कहीं भी कैसे भी
ढल जाता है किसी भी रूप में
मिल जाता है किसी भी रंग में
कभी मीठा तो कभी तीखा
घुल जाता है किसी भी स्वाद में
फिर भी किसी धुलकते हुए
अश्रु बूंद से पूछना
"तरल" होना इतना "सरल" भी नहीं...
स्वरचित
इंदु रिंकी वर्मा

indu.rinki15gmail.com223540

👇Save Your Friend's Status
#H_R

er.hr.731220

मां मुझे डर लगता है . .
बहुत डर लगता है..
सूरज की रौशनी आग सी लगती है . .
पानी की बुँदे भी तेजाब सी लगती हैं ....
मां हवा में भी जहर सा घुला लगता है...
मां मुझे छुपा ले बहुत डर लगता है..☹️
माँ...
याद है वो काँच की गुड़िया,जो बचपन में टूटी थी . . . .
कुछ ऐसे ही आज में टूट गई हूँ...
मेरी गलती कुछ भी ना थी माँ...
फिरभी खुद से रूठ गई हूँ....☹️
माँ...
बचपन में स्कूल टीचर की गन्दी नजरों से डर लगता था पड़ोस के चाचा के नापाक इरादों से डर लगता था...
अब नुक्कड़ के उन लड़कों की बेवकूफ बातों से डर लगता है...
और कभी बॉस के वहशी इशारों से डर लगता है..
मां मुझे छुपा ले, बहुत डर लगता है…..☹️
माँ....
तुझे याद है मैं आँगन में चिड़िया सी फुदक रही थी...
और ठोकर खा कर जब मैं जमीन पर गिर पड़ी थी...
दो बूंद खून की देख के माँ तू भी तो रो पड़ी थी...☹️
माँ...
तूने तो मुझे फूलों की तरह पाला था....
उन दरिंदों का आखिर मैंने क्या बिगाड़ा था????
क्यूँ वो मुझे इस तरह मसल के चले गए है.....
बेदर्द मेरी रूह को कुचल के चले गए ......
माँ...
तू तो कहती थी अपनी गुड़िया को दुल्हन बनाएगी..
मेरे इस जीवन को खुशियों से सजाएगी ......
माँ क्या वो दिन जिंदगी कभी ना लाएगी???
क्या तेरे घर अब कभी बारात ना आएगी?????
माँ...
खोया है जो मैने क्या फिर से कभी ना पाउंगी ????
माँ सांस तो ले रही हूँ क्या जिंदगी जी पाउंगी?????
माँ घूरते है सब अलग ही नज़रों से . . . .
माँ मुझे उन नज़रों से छूपा ले . .. .
माँ बहुत डर लगता है
मुझे आंचल में छुपा ले.....
:'(

स्वरचित
इंदु रिंकी वर्मा(सर्वाधिकार सुरक्षित)

indu.rinki15gmail.com223540

આ લેખમાં જન્માષ્ટમી મારી નજરે શું છે એનું વર્ણન કરેલું છે.




Tr. Mrs. Snehal Jani લિખિત વાર્તા "જન્માષ્ટમી મારી નજરે" માતૃભારતી પર ફ્રી માં વાંચો
https://www.matrubharti.com/book/19949323/janmashtami-in-my-eyes



જય શ્રી કૃષ્ણ🙏

s13jyahoo.co.uk3258

,😊😊☺☺

priyanshi8707203407gmail.com114046

😊😊😊☺

priyanshi8707203407gmail.com114046

navyajaiswal6866

sanjivvyasvyassanjiv611gmail.com212325

हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है |

#HindiPakhwada

pandyaravi540gmail.com

niravdevani

niravdevani

niravdevani