Most popular trending quotes in Hindi, Gujarati , English

World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.

New bites

હે ઈશ્વર માગ્યું બધું મળતું નથી કર્મનો મર્મ ત્યાં જ સમજાય છે,

હું કર્મથી જ માંગીશ ખોટી યાચના થી નહીં એટલું મને સમજાય છે.

માગેલું મૃત્યુ પણ સમય કે ઈશની ઈરછા વિના ક્યાંય મળતું ભાળ્યું નથી,

નિયતિ નું આમંત્રણ હશે, સ્વીકાર હશે, ભલે મળતું "મૃત્યુ" તેનાથી ડરતો નથી,

ખુદ્દારી થી જીવન જાય અને 'મૃત્યુ' પણ ખુદ્દારી થી આવે એથી વિશેષ 'ઇરછતો' નથી.

parmarmayur6557

gautam0218

gautam0218

gautam0218

gautam0218

gautam0218

वैष्णव जन तो तेने कहिये

जे पीड परायी जाणे रे ।

पर दुःखे उपकार करे तो ये

मन अभिमान न आणे रे ॥

spismynamegmailcom

🌺🌼🌸

mehul770

તને પામી જવા હર એક સત્યોની ક્ષિતિજ તોડી-
પછી પહોંચીને જોયું તો રૂપાળા છળ સુધી પહોંચ્યા.

dipika9474

ગુરુદેવ દત્ત 🙏🙏🙏

s13jyahoo.co.uk3258

Arz kiya hai...

mitra1622

Arz kiya hai...

mitra1622

Arz kiya hai...

mitra1622

क्या हमारा अतीत हमें वास्तव में डरा पाता है या हम उसके बाद भी अतीत दोहराते रहते हैं। जबकि अतीत की कलम में वर्तमान की स्याही भर यदि हम भविष्य के पन्नों पर अपनी रचना रच पाए तो ही जीवन का वास्तविक अर्थ तथा प्रयोजन सिद्ध हो सकता है। परन्तु इस बात का भी ध्यान रखे कि हमारी स्याही में मानवता और प्रकृति का लोप न हो। चूंकि कलम से लिखते समय संभवतः हमारे हाथ पर भी स्याही के दाग बनते हैं। तो सोचना हमें है कि हमें कैसा भविष्य सृजित करना है। ऐसा जहां केवल हमारा ही लाभ हो तथा जिसके प्रभाव में अन्य की हानि हो अथवा एक ऐसा भविष्य जो चिर काल तक समस्त घटकों को प्रभावित करे तथा ये सुनिश्चित हो कि इसमें किसी की हानि न हुई हो। फिर वह शारीरिक आर्थिक सामाजिक मानसिक व वाचिक किसी रूप में स्वीकार्य नहीं होगी।

lk2433554gmail.com182641

हमें कई बार यही लगता है कि ऐसा मेरे साथ ही क्यों होता है, लेकिन क्या वाकई में जो हमें लगता है वैसा ही होता है या कुछ और? क्या हर बार दूसरों की वजह से ही हमारे जीवन में दिक्कतें आती हैं?

Watch here: https://youtu.be/70y3DGLEvP8

#whyme #WhyMeOnly #InnerSuffering #suffering #suffer #trending #DadaBhagwanFoundation

dadabhagwan1150

दोहा-सृजन हेतु शब्द*
*मौसम, बदलाव, कुनकुन, सूरज, धूप

मौसम कहता है सदा, चलो हमारे साथ।
कष्ट कभी आते नहीं, खूब करो परमार्थ।।

जीवन में बदलाव के, मिलते अवसर नेक।
अकर्मण्य मानव सदा, अवसर देता फेक।।

कुनकुन पानी सामने, शुभ होता इसनान।
कृष्ण कन्हैया कह रहे, कर न, माँ परेशान।।

सूरज कहता चाँद से, मैं करता विश्राम।
मानव को लोरी सुना, कर तू अब यह काम।।

कर्मठ मानव ही सदा, पथ पर चला अनूप।
थका नहीं वह मार्ग से, हरा सकी कब धूप ।।

मनोज कुमार शुक्ल *मनोज*

manojkumarshukla2029