I am reading and writing on MB besides for Delhi Press English and Hindi magazines.

जिनके लिए कभी हम होते थे रक्श ए क़मर

जो कभी कहते थे हमें जां औ जिगर

आज वो भूल गए हैं हमारे घर की डगर

Must listen for those who think our team's loss at World cup 2023 is a Failure

एक बार जरूर सुनें , बहुत प्रेरणादायक

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Today is CHHATH , a holy festival in this part of our great country . Best wishes to all.

Also today happens to be International Men's Day . Best wishes to all for being together and also for being a source of great emotional support for me.

कभी होते थे जो हमारे तलबगार ,

अब उनकी फकत याद ही है यादगार

मातृभारती पर सभी मित्रों को सपरिपार दीपावली की शुभकामनाएं

जिंदगी के सफर में देखे कितने पड़ाव

कहीं मिली धूप तो कहीं मिली छाँव

हमने सोचा था हम ही हैं बड़े दुखिया

आँखें खुलीं जब देखी औरों की दुनिया

तब जा कर दिल को हमने समझाया

हमारे हिस्से में तो बहुत सुख आया

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मेरे हमदम मेरे हमसफ़र मेरे हमनवाज़

जब से हुआ है हमारे प्यार का आगाज़

तू अगर साज़ है तो हम आवाज़ हैं

तू अगर पंख तो हम परवाज़ हैं

तेरे जीवन के हर पहलू के हम हमराज़ हैं

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There is a question which has the question itself as answer -



Question - Who declared Covid-19 as a Pandemic ?



Answer - WHO declared Covid-19 as a Pandemic .

दशहरा व विजयदशमी के अवसर पर मातृभारती पर सभी मित्रों को सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं

तेरी एक झलक ने जाने क्या कमाल किया

मेरे दिल के सोये अरमानों को जगा कर

उड़ने के लिए एक नया आकाश दे दिया