Quotes by Lalit Kishor Aka Shitiz in Bitesapp read free

Lalit Kishor Aka Shitiz

Lalit Kishor Aka Shitiz

@lk2433554gmail.com182641
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छोटी छोटी आंखों में बड़े बड़े सपने
दूर एक शहर में याद आते हैं अपने
परवाह नहीं है होने या न होने की
एक ज़िद है खुद को खुद से जीतने की
- Lalit Kishor Aka Shitiz

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Once a boy who was looking at mirror and saying him self that...."hey !!! one day you will become what you want just ignore those who don't knows your inner strength, you are SUPER HERO always keep your dream alive to be alive"

Always stand for your passion keep doing it because it's passion it's not a business so don't have to fear of losing.

- Lalit Kishor Aka Shitiz

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आखिर तूने किया ही क्या

जब से जन्मा कुछ किया क्या,

जो हुआ बड़ा तो जिद्दी सा

तुझे जिद में कुछ मिला क्या...



आई जवानी तो रक्त गर्म हुआ

पर क्या तू जिम्मेदार हुआ..

उम्र बस बढ़ रही है,

हर साल जिंदगी घट रही है

पर इस चलती गाड़ी में

तूने अपना किराया दिया क्या ..



हर रोज सुबह उठकर

करता शाम का इंतजार

जो आई शाम तो लाई अक्ल

पर इस पछतावे का बोध किया क्या

दिन भर कशमकश सी

बीता के सांस - ए - जिंदगी

रात में चैन से सोया क्या.....



--shitiz/क्षितिज

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- Lalit Kishor Aka Shitiz

धनतरेस की हार्दिक शुभकामनाएं
🪙🪙💰💰
- Lalit Kishor Aka Shitiz

heiii just check it out my new novel.... Yuva kintu majbur.....
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फूल बनो जो महक दे
न कि फ़ूल.....
- Lalit Kishor Aka Shitiz

शिकायते तो बहुत है उस तक़दीर से
सामने अगर मिली तो किस किस का जवाब देगी.....

शौक मेरे सिमट कर रह गए पढ़ाई के साए में,
में जो था वो बन न पाया, कुछ और अगर बना तो मैं मैं नहीं रहूंगा, एक लिबाज डाले शख्स रहेगा।

कुछ एक अरसे से कलम को घीस रहा हूं पर वो रंगीन दवात जाने कहां खो गई मेरी जिम्मेदारियों के साए में।

मैं कलम से दुनिया गढ़ दूं, अगर मेरी कहानी में मैं, मैं हूं।

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ये जीवन एक उपन्यास है जिसमे कई सारी कहानियां है, कुछ मुख्य पात्र है जिनके अगल बगल ये कहानी चलती है, तो कुछ केवल प्रसंग के अनुकुल है....इस उपन्यास का कथानक नायक के जन्म से मृत्यु के बीच का अंतराल है तथा उपन्यास में जिस शैली का प्रयोग होता है उसे अवश्यंभावी कह सकते हैं ......ऐसे कई उपन्यास रोज बनते है और रोज मिटते है... केवल पात्र बदलते है इनमे घटनाए वही रहती है....और इस उपन्यास के लेखक का नाम भी भिन्न भिन्न है....पर वह एक ही है ..... सच कहूं तो शायद मेरे ये ऊपर के कथन भी मेरे उपन्यास का हिस्सा है.............जिसका शीर्षक शायद "हाई टाइड" हो।
- Lalit Kishor Aka Shitiz

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ढूंढना क्या है?
खुशियां ....!!?
जीवन में खुशी और गम एकांतर नहीं आते बल्कि खुशी में कुछ गम छुपा होता है और गम में थोड़ी खुशी........

ढूंढना क्या है....गम या खुशी...?

- Lalit Kishor Aka Shitiz

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