देखो किसी का जाना निश्चित है जो हम तक है वो हमारा व्यवहार ही है अगर सच में किसी के लिए लगता है तो उसके अच्छा करो या कम से कम बुरे का कारण मत बनो अगर कोई कल चला जाए तो ये रिग्रेट न हो के काश मैं कुछ सही से बिहेव करता तो अच्छा होता ये रिग्रेट बहुत बुरा होता है तो हर दिन ऐसे ही जियो । परफेक्ट तो हम सबके लिए नहीं हो सकते पर हम क्या कर सकते है ये हमसे ज्यादा अच्छे से और कोई नहीं जानता । सबका जाना निश्चित है कोई अमर नहीं है ।
- rakhi jain