मै कहा थी ?
आज date क्या है miss?
एक student ने पूछा मेने हल्की आवाज मे कहा १४ august,
खिड़की के बाहर झाका तो तेज बारिश थी , एक के बाद एक बुंद अपने आप गिर रही थी , जिसे देख अपने आप दिल खुश हो जाता बाहर का नजारा कुछ ऐसा था ।
और अंदर सारे students exam लिखने मे व्यस्त थे ।
काश कोई होता जो इस वक्त भी मौसम का हाल सुनाता ,
आज का तापमान कुछ कम रहेगा तेज बारिश होगी और उसके साथ चाई और पकौड़े भी , आसमान बादल से घिर जायेगा , और शायद आपको दिन मे भी सपने देखने का एहसास हो जायेगा ,
और न जाने चंद ख्याल बिना बातों के दिल और दिमाग़ मे गुणगुना रहे थे ,
मे अभी शायद कुछ लिखना हि चाहती थी लेकिन कागज और कलम की कीमत मेरे लिए कुछ ज्यादा ही थी , तो मोबाइल कम चलाना पड़ा ,
तुम्हारा औदा चाहे तुम्हारा मुकाम क्यू ना हसील करे लेकिन दिल तो कुछ और हि चाहता है ,
ये बाते और दिल बहलाने वाले नुस्खे एक अरसे के बड़ किसी के काम नही आते क्यूकी हम इस चकाचौंध मे अपना वजूद जुटाने मे लग जाते है ,
बस इन विचारों से अपने आप को २ घंटे हि सही पर खुद की सोच मे डुबे इस दिल को कुछ पल खुशयोंका पिटारा तो मिला ,
कुछ दर बड़ बारिश रुक गई और आसमान के बदल हट गये , जोर से घंटी की आवाज सुनाई दी मे चौक गई और वापस आ गई अपने किरदार मे ,
सारे exam पेपर जमा किये और अपने काम मे वापस चली गई .......!
ख्यालों मे जीना एक कला है
ये ना कोई नियम है और ना कुछ परेशानी ,
ये बस एक जख्मी दिल की निशानी है जो मौसम के साथ फिर आ जाती है और फिर उसी के साथ चलीं भी जाती है ...........,
Piya 😊