hanuman Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

hanuman bites

Happy Hanuman Jayanti !
On the occasion of Hanuman Jayanti, let us read out the Importance of God & Spirituality: https://dbf.adalaj.org/20J2wmTu

#hanumanjayanti #hanumanji #jaybajarangbali #hanuman #lordhanuman #DadaBhagwan #DadaBhagwanFoundation

ખૂબ ખૂબ આભાર માતૃભારતી ટીમ‌ અને માતૃભારતી કવિ લેખક મિત્રોનો આભાર.

ભક્ત વત્સલ જય હનુમાના,
અંજની પુત્ર મહાવીર બલધામા,
સુર્ય કો આપને મધુરં ફલ જાના,
સીતારામ કો પ્રભુ આપને માના.

શ્રી કૃષ્ણ અર્જૂન કે ધ્વજ બિરાજે,
જીસ કે નામ સે ભુત પિશાચ ભાગે,
રામ કાજ મેં આપને સબ સુખ ત્યાગે,
રામ દરબાર મેં જો ભક્તિ હી માંગે.

જો નર નારી રામ નામ કો પ્રતિદીન ગાવે,
કહે નર પ્રભુ આપ ઉસે કલયૂગ સે બચાયે.



#Hanuman

सच्चा भक्त तो केवल हनुमान जी जैसा ही होता है🙏🏼🌹🙏🏼🌹🙏🏼
जो अपना सीना चीर कर 🍁श्री राम🍁 को अपने हृदय में बिठाकर पूरी दुनिया को अपनी भक्ति का संदेश पहुंचाता है।

जो 🍁मां सीता🍁 को ढूंढते हुए सर्वशक्तिमान 🍁रावण🍁 की खूबसूरत बनाई नगरी को ध्वस्त कर सकता है🙏🏼

अनेकों ऐसे 📖ग्रन्थ मिल जाएंगे जिसमें भगवान हनुमान जी का वर्णन किया गया है।

अन्य नाम:_महावीर , पवनपुत्र, महाबली,
अंजनी सुत, केसरी नंदन, रमेष्ट,
दशग्रीव दर्प आदि।

संबंध:_वानर, रूद्र अवतार, राम के भक्त।

गृह:_पृथ्वी।

मंत्र:_ॐ हं हनुमनते नमः

अस्त्र:_गदा, व्रज और ध्वजा।

प्रतीक:_वानर।

दिवस:_ मंगलवार और शनिवार।

वर्ण:_लाल और केसरिया।

माता पिता:_वायु देव (आध्यात्मिक पिता)
राजा केसरी (पिता)
अंजना (माता)।

भाई-बहन:_गतिमान, श्रुति मान,धृतिमान,
केतुमान,और मतिमान।

संतान:_मकरध्वज।

सवारी:_अज्ञात।

शास्त्र:_रामायण और महाभारत।

त्योहार:_हनुमान जन्मोत्सव।

🌹जय श्री राम🌹
#Hanuman

हनुमंत जमे रहो आसन पर
जब तक कथा राम की होय
तुम्हारी माया अजब निराली
अंजनी है तुम्हारी महतारी
पिता तुम्हारे वायु नंदन
तुम करते प्रभु राम का वंदन
एक पल में सूरज निगलो
एक हस्त कमल में पूरो
संजीवनी विशालकाय
पर्वत लाये,बूटी लाये
तुमको ना था कुछ ज्ञान
जब हुआ था तुम्हें भान
तुमने किया रावण
का अहंकार नाश
अंजनी नंदन तुम कहलाते
जाने है सारा संसार

आशा सारस्वत
#Hanuman

#Hanuman


संकट मोचन नाम तुम्हारा
संकट हरते तुम्ही हमारा।।

भक्तो ही तुम रखवाले
राम के हो तुम दुलारे।।

राम ह्रदय में स्थान तुम्हारा
सदा हरो तुम कष्ट हमारा।।

भूत पिसाच निकट नहि आते
जब जब तुमहारा नाम हम रटते।।

नाम तुम्हारा लेके हम सब पावन होए
पाप हरे सबके और राम बिराजे मन में।।

बोलो पवनसुत हनुमान की जय
श्रीरामचंद्र की जय

योगी