शीर्षक (Title):
"मैं पागल नहीं..."
मैं किताबों पर नहीं, मैं दीवारों पर लिख रहा हूँ,
मैं पागल हूँ नहीं, लेकिन पागल सी हरकत कर रहा हूँ।
मैं रोक-रोक कर लोगों से तेरे बारे में पूछ रहा हूँ,
और तेरी आख़िरी निशानी के तौर पर
मैं अपने ही चेहरे को नोच रहा हूँ।
और किसी ने बताया... कि उसकी तो शादी हो गई...
मैं तेरी तस्वीर लेकर छत से कूद रहा हूँ...
— ✍️ Mohit Chauhan