जज्बातों में हम खो न जाए
जज्बातों से कोई खेल न जाए
@kaushik Dave
डर है हमें, कहीं हम खो न जाएं।
भावुक बनना हमारी आदत है
सबसे मिल-जुलकर रहने की बात है
डर है हमें, धोखा कोई कर न जाए।
याद करता हूं, भूलीं बिसरीं यादें
कभी खुशी कभी ग़म की यादें
डर है हमें, कहीं यादों में उलझ न जाए।
जज्बातों में हम खो न जाए
जज्बातों से कोई खेल न जाए
डर है हमें, कहीं हम खो न जाएं।
- कौशिक दवे
- Kaushik Dave