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ज़ख्मी__दिल…सुलगते अल्फ़ाज़

ज़ख्मी__दिल…सुलगते अल्फ़ाज़

@loveguruaashiq.661810


✤┈SuNo ┤_★_🦋
यार क्यों ना हो सुबह मेरी पलकें भारी
  रात भर तुम आँखों में जो रहती हो,

कहने को हम सोया करते हैं मगर रात
भर ख्वाबों में तुम आते जाते रहती हो,

हो कोई शराबी तो शराब को इल्जाम
               दिया जाता है,

बन जाए कोई आशिक़ तो शबाब को
         इल्जाम दिया जाता है,

गुलाब की दास्तां पूछे तो काँटों को
         इल्जाम दिया जाता है,

कोई नहीं करता गुनाह क़ुबूल अपना
हो पलकें भारी तो ख्वाब को इल्जाम
            दिया जाता है,

हकीकत में दीदार नसीब नहीं, ख्वाबों
       में ही दीदार किया करते हैं,

हम वो दिलदार हैं जो हर पल महबूबा
   के नाम का ही दम भरा करते हैं,

कसम खुदा की इन आँखों ने जब से
             तेरा दीदार किया,

भूल से भी कभी इसने ना खुदा का
               दीदार किया,

जब से तेरे कूचे में आ गए हम इन
नजरों को नजर आता ना और
             कोई भी मंजर,

अब तो आख़िरि बस यही तमन्ना है
     तेरे ही कूचे में जिएं मरे हम,

हो दम-ए-आख़िर और तेरा दीदार
       करें हम, भले हों कब्र में,

खुदा से ले लें थोड़ी सी मोहलत और
      तेरा इस्तिक़बाल करें हम..🔥

कूचे=मकानो के बीच छोटा रास्ता,
दम-ए-आख़िर=ज़िंदगी का आखिरी समय
इस्तिक़बाल=आदर-सत्कार, स्वागत,
╭─❀🥺⊰╯ 
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      @LoVeAaShiQ_SinGh°   
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✤┈SuNo ┤_★_🦋
आज वैलेंटाइन डे है ये सब को याद है
  पर जो पुलवामा में आतंकी हमले में
सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए
         थे युवा उनको भूल रही है,

यारों हम तो पूरब वाले हैं अपनी परंपरा
पर चलते रहो जो चीज हमारी है ही नहीं
         उसको क्यों अपनाते हो,

पश्चिम की सभ्यता को अपनाकर क्यों
     अपने संस्कार तुम भुलाते हो,

आज के युवा युक्तियों इस वतने चमन
               तुम गुलाब हो,

  जिस वतन में महक रहे हो तुम वो
उनकी ही बदौलत हो, सजक सीमा
   प्रहरी के सतर्कता से ही हम सब
                सुरक्षित यहां,

हम जो तीज त्यौहार मनाते हैं वो सब
     वतन के सुरक्षा प्रहरियों से है

आज के ही दिन देकर अपनी जान
वतन के खातिर वो तो अमर योद्धा
                   हो गए,

उनको ही बिसरा डाला आखिर उनके
   भी सपने थे उनके भी अपने थे,

लेकिन वतन के खातिर वो चल पड़े थे
आज के ही दिन उनकी भी प्रेमिकाएं
      पत्नीयाँ राह देखे बैठी होगी,

राह उनकी भी वो अपने-अपने घरों से
देख रही होंगी, वो वतन की सीमा से
          सीधे स्वर्ग को चले गए,

वो भी घर से निकले होंगे बड़े बुजुर्ग
के आशीर्वाद लिए शायद उनको पता
भी ना होगा देश में छुपे गद्दारों का जो   
  दुश्मनों संग मिलकर घात उन पर
           करने का सोचा था,

निहत्थे निंद्रा में थे, नहीं उन्होंने कोई
हथियार चलाए थे, कुछ अपनों की
मिली भगत से ही यह विश्वास घात
              हुआ था..🥀🔥

पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए,
हिन्दुस्तान के वीर सपूतों को कोटि
  कोटि नमन एवं श्रद्धांजलि..🙏💐
╭─❀🥺⊰╯ 
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     @LoVe_AaShiQ_SinGh
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✤┈SuNo ┤_★_🦋
अगर बिछड़ ही गए तो मलाल
मत करना.!

अपने रब से कभी कोई सवाल
मत करना,
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खुशबू लेते रहो आंखों में अक्स
जज़्ब करो.!

फूल दो दिन के लिए हैं ये ख़्याल
मत करना,
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सुनहरे दिन कौन पिंजरे में बंद
कर पाया.!

साथ यादें तो हैं उनसे सवाल
मत करना,
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खिज़ा में पत्ते भी साथ छोड़ते हैं
पेड़ों का.!

बाग में जब बाहर आए, बवाल
मत करना,
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राह में गिरना और सँभलना चला
करता है.!

उठ के चल देना बस कोई सँभाल
न करना..🤏🔥🥀
╭─❀🥺⊰╯ 
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     @LoVe_AaShiQ_SinGh
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✤┈SuNo ┤_★_🦋
ये फलाना डे, ढेकाना डे, वालों से
मुझे सख्त नफरत है,

न ये हमारी संस्कृति है न सभ्यता है
तो क्या इसकी जरूरत है,

छोड़ दे तू फिजूल है ये सब, तेरी
सारी इश्क बाजी बेगैरत है,

न मरते काम आएगा, न जीते तो
क्या इसकी जरूरत है,

जिसे समझ रहे हो साथी, वो सब
छल-कपट मिट्टी की मूरत है,

कर ले मां-बाप से प्रेम, वही सच्चे
प्रेम की सूरत है,

याद रख एक दिन पछताना पड़ेगा
फिर आंसू बहाना पड़ेगा

गर अवगत हो इन बातों से तो फिर,
क्या इसकी जरूरत है..🤔
╭─❀🥺⊰╯ 
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     @LoVe_AaShiQ_SinGh
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✤┈SuNo ┤_★_🦋.
साहस का दीप सपनों का आकाश
संकल्पों का संगीत और प्रयास
का विश्वास"

न्यू ईयर 2025 का अभिनंदन करें
नव उमंग नव चेतना संग आगे बढ़ें,

मन में हो धैर्य, और दृष्टि में प्रकाश
हर बाधा को पार करने का हो
विश्वास"

क्रोध, नफरत, और द्वेष को छोड़
कर पीछे, प्रेम, सेवा, और सौहार्द
से जोड़ें रिश्ते"

सपनों के पंखों से आकाश को
छूलें, हर असफलता से एक नया
पाठ सीखें"

अंधकार को पौरुष की रौशनी
दिखाते रहें, संघर्षों में संकल्प
अपना दोहराते रहें"

त्यागें आलस्य, अपनाएं श्रम का
पथ, संघर्षों को बनाएं अपनी
कथा का रस"

प्रकृति से करें संवाद संतुलन का
विचार, हर कण में खोजें सृजन
का आधार"

हर दिन को बनाएं एक नई
शुरुआत, हर लक्ष्य को देकर
मेहनत की सौगात"

अपने भीतर के शक्ति को
पहचानें, नए वर्ष को सार्थकता
का आयाम दें"

2025 का हो हर क्षण प्रेरणा
भरा, जीवन में हो शांति प्रेम और
उजाला"

नई सुबह, नए सूरज की रोशनी
में, हम सब मिलकर रचें उज्जवल
कहानी"

परिवर्तन ही प्रगति का दृढ़
आधार, जो थामे इसे वही हो खुद
का उद्धार"

नव वर्ष 2025 तभी लाएगा
खुशहाली, जब हर कदम में हो
मेहनत की लाली..✨
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🇭𝗮𝗽𝗽𝘆 🇳𝗲𝘄_🇾𝗲𝗮𝗿_🇹oo all'
My friend's..😇🤗 ✨‼ 2025 ‼✨
╭─❀🥺⊰╯ 
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     @LoVe_AaShiQ_SinGh
   ♦❙❙➛ज़ख्मी ऐ ज़ुबानी•❙❙♦
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✤┈SuNo ┤_★_🦋.
 रोज ही टूटता हूँ फिर रोज ही ख़ुद
               को सँवारता हूँ"

  जैसे शब्दों का टूटकर अपने आप
       में ही बिखर जाना होता है,

  वैसे ही रोज-रोज टूटकर स्वयं को
            ही मैं सँवारता हूँ"

  हवा का झोंका हूँ इसलिए उड़ा
             चला जा रहा हूँ,

यह भी पता है मुझे कि, मंजिल
    पर ही है अब मुझे ठहरना"

पल भर की यह ज़िन्दगी का सफर
     कभी मजबूरियाँ बनकर तो,

कभी गम की हँसी बनकर सिखा
जाती है मुझे हर रोज टूटकर फिर
                से सँवरना"

ये बिखरना भी अब मुझे अखरता
नहीं क्योंकि सीख चुका हूँ अब मैं
भी इस ज़िन्दग़ी को परखना..🔥
╭─❀🥺⊰╯ 
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 @LoVe_AaShiQ_SinGh
♦❙❙➛ज़ख्मी ऐ ज़ुबानी•❙❙♦
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✤┈SuNo ┤_★_🦋.
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आज कल मैं बस बेचैन सा रहता हूँ
ना रोता हूँ और ना ही चिल्लाता हूँ,

क्योंकि’ अब मैं और टूटना नहीं खुद
में पिघलना चाहता हूँ,

कभी मिल ओ ज़िन्दगी तू मुझे तो
तुझे बताना चाहता हूँ,

कैसे तूने मुझे तोड़ा है एक के बाद
एक करके,

क्या क्या छीने है तूने मुझसे उसका
एक एक हिसाब लेना चाहता हूँ,

बस अब मैं टूटना नहीं खुद में
सिमटना चाहता हूँ,

क्योंकि’ आज कल बहुत बेचैन सा
रहता हूँ..🥀🔥💫
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╭─❀🥺⊰╯ 
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  @LoVe_AaShiQ_SinGh
  ♦❙❙➛ज़ख्मी ऐ ज़ुबानी•❙❙♦
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✤┈SuNo┤_★_🦋.ए लड़की..☜
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गुलाब की कली सी कमसिन हो तुम"
मोहब्बत की नगरी में पुलिन हो तुम,

मिलन की ख्वाहिश मुझसे करती हो
तुम हर रोज उफ़्फ़ फूलों से भी कहीं
ज़्यादा हसीन हो तुम,

सुनो ये राह-ए-पुर-ख़ार टेढ़ी-मेढ़ी भी
हो सकती हैं"
जरा संभल कर चला करो न बड़ी ही
क़मसिन हो तुम..🔥❤️🫠
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क़मसिन= नाज़ुक,
पुलिन= डूबा हुआ,
राह-पुर-ख़ार= मुश्किल राह,
╭─❀🥺⊰╯ 
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  @LoVe_AaShiQ_SinGh
    ♦❙❙➛ज़ख्मी ऐ ज़ुबानी•❙❙♦
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✤┈SuNo ┤_★_🦋
मैं माहिर-ए-जुबान तो कभी न था फिर
  क्यों तुम मुझसे नाराज हुए जाते हो,

मैं खुद से कहां खुश रहता हूं तुम क्यों
     शर्म से बेआवाज हुये जाते हो,

क्या करूं मैं इस न शुक़्री ज़ुबाँ का जो
    न हो कहना वही कह जाती है,

कभी बुलंद आवाजों में खो जाती है तो
  कभी खामोशी में बुलुंद हो जाती है,

 कभी सोचता हूं जो चुप हो गया तो
 कौन मुझसे हाल-ए-जिंदगी पूछेगा,

   जो कह दूंगा मैं बात दिल की तो है
भला क़िसमें दम जो हालात से जूझेगा,

  मुझे और मेरी जुबान को साथ ही
रहने दो तुम न घबराओ मेरा ये काम
                 तो रहने दो,

ये चुप भी रहती है और फिर भी कह
जाती है, मेरी बर्दाश्त से जुड़ी है उसी
          हिसाब से चल जाती है,

मैं माहिर-ए-जुबान तो कभी न था फिर
क्यों तुम मुझसे नाराज हुए जाते हो.🔥
╭─❀💔༻
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 @LoVe_AaShiQ_SinGh
 ⎪⎨➛•ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी°☜⎬⎪
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✤┈SuNo ┤_★_🦋
वो फासला रखे चाहे कोई भी हो
जो चाहता है मुझे चलाना खुद के
इशारों पे,

ये जख्मी कोई खिलौना थोड़ी है
जो बिकने लग जाए बाजारों पे.🔥
╭─❀💔༻
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  @LoVe_AaShiQ_SinGh
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