हमने सपने सजाये है
कई बडे उनके लिए
जो होगे हमसफर मेरे
जो रहेगे सिर्फ मेरे लिए
इतनी सिज्जद से रखुंगा की
खुदा भी इर्शा करेगा
वफाएं इतनी होगी
दोनो के दरमियां
नफरतसे न बितेगी
हमारी कोई रतियां
रानी सा राज करेगी वोह
सुबह बच्चोके पास रातको मेरी बाहो मे होगी
इतना प्यार करुंगा की
वो दुनिया भुल जाए
सोचे तो दिमाग मे
सिर्फ मेरा नाम आए
बस इतना चाहुंगा उसे की उसको
हर जनममे चाहत मुजीसे होगी
-Viraj GOHEL