हृदय पटल पर अटल अंकित हो तुम,
मन आत्मा से ईश्वर सी वंदित हो तुम,
मृगतृष्णा और मरुस्थल में एक सरोवर हो तुम,
मेरी इस तपोभूमि पर शीतलता सी छांव हो तुम,
अब ओर कुछ न चाहा प्रभु से,
प्रभु से पाई परम धरोवर हो तुम,
माँ ईश्वर सी वंदित हो तुम...
-Krishna Sawlani