#काव्योत्सव -2
◆भूलू कैसे???◆
* आपकी हर बात को याद रखना अच्छा लगता है तो भूलू कैसे???
* कड़ी धुप में रुमाल से पसीना लुछते हुए आपको देखा वो भूलू कैसे???
* पहेली मुलाकात की तो बात क्या करूं!, एक जॉक्स याद है वो भूलू कैसे???
* एक दूसरे से बाते करना और हैरान करना वो देर रात की गहराई को भूलू कैसे???
* वो भी क्या दिन थे!! , वो भी क्या बातें थी!! सिर्फ हमें ही पता है वो भूलू कैसे ???
* बिछड़ गए थे शायद फिर भी दोबारा मिलने की एक आश थी लेकिन खुदा को भी यही मंजूर था वो भी भूलू कैसे???
* हर बार कहते थे दूर हो जाओ मुझसे ; मुक्कमल नहीं हमारा रिश्ता फिर भी हम हर बार करीब आया करते थे वो भी भूलू कैसे???
* आपको आपकी इज़्ज़त प्यारी थी और हमें हमारा आत्मसन्मान वो भी भूलू कैसे???
* खैर जो भी हुआ कल तुम प्यार करते थे तब हमें मंजूर ना था
और आज तुम्हे क़बूल है तब हम पर मेरी जान का हक़ था वो भी भूलू कैसे???
* प्यार करने के तरीके बहोत है एक प्यार करना और बता देना, और दूसरा प्यार सिर्फ तुमसे ही है वो बताके प्यार से दूर जाना वो भी भूलू कैसे???
* मेरी ख़ुशी के लिए सब कुछ छोड़ा तो हमारे जीवन मे आपके मूल्य को भूलू कैसे???
* एकी नज़र से न देखके मेरा आदर करते मेरे पहले प्यार को भूलू कैसे???
* सब बातों का पता है फिर भी अनजान बने रहे ये तन्हाई को भूलू कैसे???
*हम तो जवाब नहीं दे सकते पर आपकी ख़ामोशी को भी भूलू कैसे???
* मेरे हर सवाल का जवाब जरूर दोगे ये विश्वास को भी भूलू कैसे???
* शायद कायनात को भी ये मंजूर ना था इसीलिए ये रिश्ते का कोई वजूद ना था वो भी भूलू कैसे???
* रूह उसकी भी तड़पेगी क्योकि हमें ना पैसो की लालच थी ना जिस्म की हावाज़ थी वो भी भूलू कैसे???
* फरियाद थी , सवाल थे बहोत सारे लेकिन कमबक्त्त प्यार ही गलत इंसान से हुआ वो भी भूलू कैसे???
★ चाँदनी