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"मुझे बारीस में भिगना बहुत पसंद हैं क्योंकि--बारीस अक्सर, आंसुओ को छुपा लिया करती है ..!! - Soni shakya
"कुछ कहानियां pan से लिखी जाती है..! और कुछ pain से ..!! - Soni shakya
एक शोर है मुझमें जो... ख़ामोश बहुत है... - Soni shakya
तुम्हारे नहीं होते हुए भी, सिर्फ तुम्हारा होना इश्क है ... तुमसे दूर रहकर भी, तुम्हारे करीब होना इश्क है... उम्मीद टूट जाने पर भी, सिर्फ तुमसे ही उम्मीद करना इश्क है... तुम पर मरते हुए भी, सिर्फ तुम्हारे लिए ही जीए जाना इश्क है... - Soni shakya
बहुत घमंड है दरिया को अपने वजूद पर..! कभी मेरी प्यास से उलझ कर देखें तो, रूह तक बिखर जायेगी..!! - Soni shakya
"कभी मेरी ख़ामोशी को समझ जाने वाला, आज मेरे चुप रहने की वजह बन गया..!! - Soni shakya
"मुझे तुम्हारी उतनी ही जरुरात है जितनी, एक दिल को धड़कन की होती है।" - Soni shakya
"रिमझिम बारिश की बुंदों में, कागज़ की कश्ती चला रही हु। मैं अपनी इस बढ़ती उम्र में, अपना बचपन ढुढ रही हु।" - Soni shakya
कभी कभी मेरे दिल में, ये ख्याल आता है कि.. वहीं क्यों चाहिए जो, मिला नहीं..!! Soni Shakya
"इश्क किया तो जाना, प्यास क्या होती है दरिया पास था, फिर भी प्यास बाकी थी। " - Soni shakya
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