मुझसे हर वक़्त औरों की तुलना की गई,
मेरी मेहनत, मेरी नीयत भी तौली गई।
छोटी-छोटी बातों पर हंसी उड़ाई गई,
मेरी सादगी, मेरी सच्चाई भी कहानी बना दी गई।
रंग-रूप पर तंज, हर कदम पर ताना,
मेरी ईमानदारी को भी बना दिया बहाना।
कहा—“इतना अच्छा कोई होता नहीं, ये तो दिखावा है”,
सचाई को ढोंग कहा, यही उनका नया नकाब है।
पर सुन लो दुनिया—
मैं न टूटी हूँ, न झूठ का हिस्सा बनी हूँ,
मैं अपनी सच्चाई पर आज भी उतनी ही ठहरी हूँ।
जो सच्चे होते हैं, वही ज्यादा चोट खाते हैं,
पर वही इतिहास में खुद को सच्चा साबित कर जाते हैं।
कल जो हंसे थे, एक दिन शर्माएंगे,
मेरी सच्चाई को समझकर सिर झुकाएंगे।
मैं वही रहूँगी—सीधी, सच्ची, साफ़,
और यही मेरी सबसे बड़ी ताकत का इख़्तियार। ✨