स्वतंत्रत करें खुद को, खोखले रिवाजों से,
प्रतिकार करें गुलामी का, अपनी बुलंद आवाजों से।
कब तक सहेंगे, कब तक चूप रहेंगे,
अब हम लड़ेंगे बैतुखे अत्याचारों से ।
भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी, बलात्कार, गंदगी, बीमारी न जाने और कितने दुराचारों के गुलाम बनें रहेंगे,
खुद से शुरू करके देश को बदलेंगे अपने शिष्टाचारों से।
#Independence