भारत की हर प्रमुख पार्टी अंग्रेजों की तरह ही भारतीय नागरिकों को निहत्था रखना चाहती है और उनके निहत्थे होने के कारण जो असुरक्षा पैदा होती है उसका भरपूर फायदा उठाकर वोट जमा करके शासन करना चाहती है शासन करने का मतलब हुआ यह सभी साजिश करने वाले लोग सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं
सारे अधिकार चाहते हैं ब्लॉक से लेकर कचहरी से लेकर डीएम ऑफिस से लेकर छोटे से स्कूल आंगनबाड़ी तक के लोगों का दबदबा है पुलिस स्टेशन पर इनकी चलती है इसीलिए यह जनता के साथ साजिश करते हैं।
हमें तो चाहिए पुलवामा फाइल्स हमें तो चाहिए बिपिन रावत फाइल्स हमें चाहिए हरेन पांड्या फाइल्स हमें चाहिए हमें चाहिए कमलेश तिवारी फाइल्स हमें चाहिए रंजीत बच्चन फाइल्स कोई बनाओ इन फिल्मों को लोगों को मूर्ख बनाना छोड़ो कश्मीर से भी हिंदुओं के पलायन में भाजपा ही जिम्मेदार थी कोई मूर्ख ही होगा जो कोई और एंगल निकाल कर इसे झूठ का पड़ोसएगा का वैसे भी परोसने वालों की कमी नहीं है क्योंकि सत्ता और पैसा जिसके हाथ है
वही जनता के दिमाग में बातें भरता है आखिर यह सीकरी में यह भारी संख्या में पाकिस्तान से घुसपैठिए हो चुके थे और आतंक समर्थित मटेरियल कश्मीर के अंदर बांटे जा रहे थे लाउडस्पीकर पर लोगों को धमकियां दी जा रहे थे उस समय भी सामान्य नागरिकों को प्रशासन ने हथियार क्यों नहीं दिया ताकि वह अपनी तथा अपने प्रिय जनों की तथा अपने समुदाय की रक्षा कर पाते।
साफ बात है कि सत्ता को हमेशा अफसर साही चाहिए अफसरशाही से ही इनकी दबदबा बनी रहती है