जीते जी कद्र कौन करता है जनाब
मरने के बाद देखना अनगिनत दिलदारों के बाज़ार मिलेंगे,
हर इंसान टूटा है अंदर से
तुम्हे हर मोड़ पर गुलज़ार मिलेंगे,
साथ पसंद न आए किसी को हमारा तो बता देना
दोबारा परेशान करें आपको
जनाब हम कहां तुम्हें बार–बार मिलेंगे ।।।
-श्रुति शर्मा 😇❤️