कितना कुछ होता हैं हर रोज करने को ....
जैसे .....
यात्रा करना ....
किताबें पढना .....
पेड लगाना ......
अपने प्रिये से मिलना
बिना किसी बात के यादों के साथ मुस्कुराना
किसी अजनबी को गले लगाना
चीडियां को दाना डालना
एक्योरियम का पानी बदलना
दोस्तों से बात करना
अपने पसंद के गाने सुनना
व्यायाम या योगा करना
पसंद का खाना बनाना
एकांत में खुद का परिक्षण करना
और ना जाने क्या-क्या ???
करने की अनगिनत चिजों में हम ना जाने क्यों
स्वीकार करतें हैं "उदास रहना "
कितना कुछ छूट जाता हैं हमसे ,उदास रहते हुए.