कुमार विश्वास जी का भोपाल कौटिल्य अकेडमी में दिया गया भाषण सुन रहा था
बन्दे ने इतना फेंका की सूर्य वंशी को चंद्र वंशी में घुसा दिया
चंद्र वंशी को सूर्यवंशी में
चंद्रवंशी राजा भरत को राम के कुल में घुसा के सूर्यवंशी बना दिया ।
मतलब राम पर बोलना शुरू किए तो इतने जोश में आ गए कि नहुष पुरु सबको चंद्रवंशी से निकाल कर सूर्य वंशी में घुसेड़ दिए .....
बन्दा इतने कॉन्फिडेंस से फेंक कैसे लेता है
ऊपर से हेलेना को अशोक की माता बता गए ?
मुझे तो डर लग रहा कि कोचिंग के डायरेक्टर मिश्ररा जी कहीं यही सुसाइड न कर ले कुमार विश्वास के इतिहास ज्ञान को देखकर
कहने का भाव अच्छा था लेकिन इतिहास को तो इतना उठा उठाकर पटके है कि उसके कपड़े फट गए है......
मतलब बन्दे को ज्ञानी बनना जरूरी है फेंकना जरूरी है
देख लेना ऐसे ही बन्दे विश्वयुद्ध के कारण बनते है
क्योंकि यही बन्दा किसी दिन नेपोलियन बोनापार्ट को नेपाली बता देगा
और अगर ऐसा हुआ न तो फ्रांसीसी युद्ध छेड़ देंगे ।
नोट-; लक्ष्मी जैसे ही तीव्रता से आती है सरस्वती को उतनी ही तीव्रता से भगाने का प्रयत्न करती है....
वंदे भारत मातरम्... 🙏