तो यह ही सही ...
आप मान , तो हम अभिमान ही सही
आप पूजा तो हम आस्था ही सही
आप रास्ते , तो हम पत्थर ही सही
आप गहरा समंदर तो हम किनारा ही सही
आप कड़कती धूप तो हम साया ही सही
आप द्रोणाचार्य तो हम एकलव्य ही सही
आप का सम्मान, हमारा मान ये भी सही
आप पूरा आसमान हम एक टुकड़ा ही सही !
यूँ तो लोग फ़रमाते है ,
जान है तो जहान है !!
और हम कहते है आप हमारी जान है तभी हमारा जहान है !!
HAPPY TEACHER’s DAY 🌸
Poetry by • Jill शाह •