मौहब्बत # kavyotsav 2.0
होती नहीं है कोई, आम मौहब्बत,
निभानी पड़ती है, दिलसे चाहते,
होते हैं यहाँ रोज,नित नये किस्से,
मिलते नहीं सबको,प्यार के हिस्से,
चलती है ये जिंदगी, सांसो के सहारे,
धड़कन न जाने , ये किसको पुकारे,
होती है यहाँ, बड़ी बदनाम मौहब्बत
मिलती नहीं है, यहां सभी को चाहत।
Uma vaishnav
(मौलिक और स्वरचित)