#Kavyotsav2
Love (प्रेम)
तुमने तो
तुमने तो मेरी मुश्किलें और बढ़ा दी.....
बेहिसाब वफ़ा करी थी तुम्हारे साथ
तुमने बदले मेँ ज़फ़ा थमा दी
तूने मेरे रंग-बिरंगे लिबास देखे
मेरे चेहरे का नूर देखा
मुझे शायद ज़न्नत की कोई हूर देखा
तुमने कभी मेरी मुफ़लिस नहीं देखी
मेरी आँखों की नमी नहीं देखी
तेरी नज़रो में कमी थी कि
तूने मेरी ज़िन्दगी में कोई कमी नहीं देखी
क्या सोचकर मेरे ख्वाबो की झोपड़ी जला दी
तुफानो से गुज़रा था सफर मेरा
तूने मेरे पावो के खार नहीं देखे
बेहिस वक़्त के लगे वार नहीं देखे
कोई मंदिर-मस्जिद नहीं थे दिल था मेरा
आख़िर काफिर ही निकले तुम
तभी तो यह इमारत ढहा दी
तुमने तो मेरी मुश्किलें और बढ़ा दी.....