#Kavyotsav
दूर हो तुम,
मुझसे बहौत दूर हो तुम ।
मेरी आँखों में बसा हर ख़्वाब हो तुम ।
रातों की आहट दिन का मौन हो तुम ।
दिल का सुकून हो तुम, जूनून हो तुम ।
जो ईबादत में मिले वो पनाह हो तुम ।
मेरे सीने में भरी आख़री साँस हो तुम।
फिर भी... दूर हो तुम,
मुझसे बहौत दूर हो तुम ।
- Bhavik Radadiya