होके भाई-बहन सवार
करने सृष्टि का कल्याण
आये आये है बाबा
स्वयं जगन्नाथ
जो है स्वयं काल अवतार
भर के हृदय मेें प्रेम अपार
बाबा जगन्नाथ आये है
काशी वासियों के द्वार
होके भाई-बहन सवार
शत-शत कोटि तुम्हें प्रणाम
करने हम पर ये उपकार
देकर प्रेम के मोती अपार
आये-आये है बाबा
स्वयं जगन्नाथ। ।
भगवान जगन्नाथ के चरणों में समर्पित
मीरा सिंह