कल, 12 जून 2025 भारत के लिए सबसे दुखद दिन था। हमने अपनी मातृभूमि के साथ-साथ दुनिया के अन्य हिस्सों से 241 भाई-बहनों को खो दिया है। इसके अलावा कई मेडिकल छात्रों की जान भी चली गई है। यह खबर सुनकर हर भारतीय की आंखें आंसुओं से भर गई हैं। भले ही हम खून के रिश्ते से भाई-बहन नहीं हैं, लेकिन हम एकता से जुड़े हैं और उन्हें खोना हमारे लिए अपूरणीय और अपार पीड़ा है। हम इस घटना को कभी नहीं भूल सकते। हम ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि उनके परिवारजनों और मित्रों को इस दुनिया में उनके साथ बिताई गई यादों को साथ लेकर जाने की क्षमता प्रदान करें।मैं अपने सभी भाइयों और बहनों से अनुरोध करता हूं कि वे अपने व्यस्त कार्यक्रम से कुछ सेकंड निकालें और आंखें बंद करके हमारे खोए हुए भाई-बहनों को श्रद्धांजलि दें।🙏🙏🙏