✤┈SuNo┤_★_🦋.ए लड़की..☜
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गुलाब की कली सी कमसिन हो तुम"
मोहब्बत की नगरी में पुलिन हो तुम,
मिलन की ख्वाहिश मुझसे करती हो
तुम हर रोज उफ़्फ़ फूलों से भी कहीं
ज़्यादा हसीन हो तुम,
सुनो ये राह-ए-पुर-ख़ार टेढ़ी-मेढ़ी भी
हो सकती हैं"
जरा संभल कर चला करो न बड़ी ही
क़मसिन हो तुम..🔥❤️🫠
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क़मसिन= नाज़ुक,
पुलिन= डूबा हुआ,
राह-पुर-ख़ार= मुश्किल राह,
╭─❀🥺⊰╯
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@LoVe_AaShiQ_SinGh
♦❙❙➛ज़ख्मी ऐ ज़ुबानी•❙❙♦
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