मां काली की पूजा हर साल दीवाली पर होता है। कहते हैं उस दिन रात को मां काली की पूजा की जाती है। पश्चिम बंगाल में रात को काली पूजा किया जाता है।।प्राण प्रतिष्ठा भी किया जाता है।नर बलि चढ़ी जाती है और फिर मां काली की पूजा धूमधाम से मनाया जाता है। मां काली को भोग चढ़ाया जाता है कहते ये पुजा रात को किया जाता है।। आज कल बहुत जगह सुनने को मिलता है तान्त्रिक अपनी तन्त्र साधना करते हैं और फिर छोटे बच्चों को बलि चढ़ा देते हैं लेकिन ऐसा करना पाप है। मां काली कभी नहीं कहती कि छोटे बच्चों की बलि चढ़े।पर बहुत से अघोरी, कपालिक ऐसा करते हैं और पैसे भी लेते हैं।।
मेरी आप सभी से एक निवेदन है कि कोई अपने निजी स्वार्थ के लिए कभी भी दुसरो का या लाचार, गरीब बच्चों का बलिदान न दे। इससे अच्छा कि दूसरों की मदद करें और उनको भी ये सिखाएं।
जय मां काली।।
#Mahakali