#दिल
फूल को क्या पत्ता था,
कोई तोड़ के जानेवाला है।
पत्तियों को क्या पत्ता था कि,
पेड़ को छोड़कर जाना है।
बेटियों को क्या पत्ता था कि,
अपना घर छोड़कर जाना है।
ए दिले नादां को क्या पत्ता कि,
दिल लगाके बिछड़ना जरूरी है।
इंसान को क्या पत्ता था कि,
ये दुनिया छोड़कर जाना है।
Mahek Parwani