Quotes by Nandita Ravi Chouhan in Bitesapp read free

Nandita Ravi Chouhan

Nandita Ravi Chouhan

@nanditareannexgmail.com7705


#बाज के बच्चे मुंडेर पर नहीं उड़ा करते,
उनकी परवाज तो बादलों के उस पार होती है....
#बाज़

#लायक़
कोई जगह ना बची रहने#लायक
ना मैं जी सकती हूँ ना कर सकती हूँ औरों का खूँ....

व्यक्त करते ही उड़ान को तिनको को भी,
संदेह की श्रेणी में धर देते हो निर्मम हो या घोंसलों का अस्तित्व ही स्वीकार नहीं.....

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व्यक्त करते ही उड़ान को तिनको को संदेह की श्रेणी में धर देते हो निर्मम हो या घोंसलों का अस्तित्व ही स्वीकार नहीं.......

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#घोंसला
जरा सुनो

व्यक्त करते ही उड़ान को
तिनकों को संदेह की
श्रेणी में रख देते हो,
निर्मम हो या घोंसलों का
अस्तित्व स्वीकार नही....

नन्दिता रवि चौहान
अजमेर

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जरा सुनो
व्यक्त करते ही भावों को संदेह की श्रेणी में रख देते हो,
निर्मम हो या प्रेम का अस्तित्व स्वीकार नही....

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राधा
तुमने प्रेम किया
निस्वार्थ
पर इस प्रेम कहानी में
जाने क्यू मुझे
रुक्मिन
की दबी सिसकारी
सुनाई देती है
अक्सर.......

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मेरी टूटी खिड़की
से
झांकता बादल का
एक टुकड़ा
जिसकी नमी
महसूस तो कर
सकती हूं
पर
छू नहीं सकती......

किसी एक क्षण मन वहाँ पहुंच जाता है जहाँ सब सकारात्मक होता है लगता है, मंज़िल आ गई है दूरी बस कुछ कदम और .....

मैं औढू या बिछाऊँ उसे
या फिर चाहूँ तो पहनूं उसे मेरे हिस्से का बस थोड़ा सा आसमान दे दो..... उजाला तो बना दूँगी बस मेरे हिस्से की ज़रा सी धूप देदो ...

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