मेरे जीवन में तुम्हारा साक्षात्कार नहीं हुआ है।
तुम मेरे एहसासों में बेहद खूबसूरत रहे हो, मैंने तुम्हें अपने शब्दों से स्पर्श किया है। तुम्हारे खयालों से मैंने तुम्हें, ख़ुद के क़रीब पाया है....
मैं तुम्हें इस क़दर अपना चुका हूं कि, तुम किसी के भी साथ रहो, लेकिन उसके उतने कभी नहीं हो पाओगे, जितने मेरे हो...!!