श्मशान का राजा ,
कैलाश पे ठिकाना ।
जटा में गंगा ,
माथे पर चंदा ।
पिया विष का प्याला,
खाए भांग, धतुरा ।
भूत पिशाचों से यारी ,
करे नंदी की सवारी ।
हाथ में त्रिशूल,
चढ़े दूध और फूल।
गले में नाग सजा,
भस्म लगी काया।
कालों के काल,
जय महाकाल।
तीनों लोकों के नाथ,
जय भोले नाथ।
मां पार्वती का घर वाला,
शिव शंकर डमरू वाला।
आओ मिलकर सब गाए,
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।