Abbas khan 10 month ago

Waaaaaaah,,,जवाब नहीं था फ़िरभी कहता हु दिल की अधूरी ख्वाहिशें बड़ा सताती है, इन्हें पूरा करने की जिद सुकून दे जाती है. तुमसे मिलने की जिद नासमझ दिल की है, इस नादाँ को समझाना भी बड़ा मुश्किल है वो तो खुश्बू है हर इक वक़्त उसे बिखरना है, दिल को क्यूँ जिद है कि उसे आगोश में भरना है मै तो यही कहुगा की तुम मेरी जिद नही जो पूरी हो, तुम मेरी धड़कन हो जो जरूरी हो.,,,,,

Zainab Makda 10 month ago

वाह क्या बात है 👍🏻👌 मोहब्बत की जिद्द करना थोड़ा सुकून देता है दिल को दिल किसी की इजाजत लेकर तो नहीं लगाया जाता ने किसकी जोर नहीं चलता इस पर खुद अपना भी नहीं बस जिस पर आना होता है ना आ ही जाता है....

Abbas khan 10 month ago

बहोत खूब कहा जी आपने👏👏 ए हवा तूने फिर से मिलन की तड़प जगा दी तू क्यों छूकर आई उसके लबों को बस इतना कहना है, तू हवा के रुख पर चाहतो के दीप जलाने कि जिद न कर... ये जलने वालों का शहर है यहाँ मुहोब्बत करने कीं जिद ना कर

Zainab Makda 10 month ago

ओहो क्या बात है 👌 ये मौसम भी कितना प्यारा है करती ये हवाएं कुछ इशारा है जरा समझो इनके जज्बातों को ये कह रही हैं किसी ने दिल से पुकारा है… अज़ब तरीके से छुआ है हवा ने आपके रुखों को, कहीं उसने इसे चूम के तो नहीं भेजा था…

Abbas khan 10 month ago

वाह बहोत खूब कहा👌🏻 सच कहु,,यादोका कोई मौसम नहीं होता,,,,,😊 दिन गुजारा कि महकती शाम आ गयी दिल धड़का फिर उसकी याद आ गयी,  आँखों ने महसूस किया उस हवा को जो छू कर उसे हमारे पास आ गयी

Zainab Makda 10 month ago

वाह 👌👌 तुम्हारे बाद किसी को दिल में बसाया नहीं हमने, तुम चले गए तो क्या हुआ तुम्हारी यादों को मिटाया नहीं हमने.... कुछ खूबसूरत पलों की महक सी है तेरी यादें सुकून ये भी है कि ये कभी मुरझाती नहीं ...

Abbas khan 10 month ago

सही कहा पर सच्चा इश्क़ करने वाले मनाही लेते है,,,, नाकाम थीं मेरी सब कोशिशें उस को मनाने की, पता नहीं कहां से सीखी जालिम ने अदाएं रूठ जाने की, दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया, रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया, हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा, हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया,,,,,

Zainab Makda 10 month ago

वाह 👍🏻 मोहब्बत आजमाना हो तो बस इतना ही काफी है जरा सा रुठ कर देखो कौन मनाने आता है... कोई नहीं....

Abbas khan 10 month ago

सही कहा,,,, जब भी कश्ती के मुक़ाबिल भंवर आता है कोई जगमगाता सर-ए-साहिल नज़र आता है कोई

Abbas khan 10 month ago

सही कहा ।।।। जब भी कश्ती के मुक़ाबिल भंवर आता है कोई जगमगाता सर-ए-साहिल नज़र आता है कोई

Zainab Makda 10 month ago

वाह 👌 मोहब्बत की कश्ती में सोच समझ कर सवार होना मेरे दोस्त, जब ये चलती है तो किनारा नहीं मिलता और जब डूबती है तो सहारा नहीं मिलता....

Abbas khan 10 month ago

अंदाज बहोत खूब है, ,,, माना कि जायज़ नहीं इश्क़ तुमसे बेपनाह करना,  मगर तुम अच्छे लगे तो ठान लिया ये गुनाह करना, कोई रोज़ तो ऐसा गुजरे कोई तो शाम सुहानी हो,  एक कश्ती में हम-तुम हों और झील का ठहरा पानी हो,,,,@

Zainab Makda 10 month ago

वाह 👍🏻 मोहब्बत मे कभी कोई जबरदस्ती नही होती जब तुम्हारा जी चाहे तुम बस मेरे हो जाना... यूँ तो आदत नहीं मुझे मुड़ के देखने की, तुम्हें देखा तो लगा एक बार और देख लू ....

Abbas khan 10 month ago

बहोत खूब👍👍 तुझे शब्दों में लिखना आसान नहीं,  तू मेरा हिस्सा है कोई दास्तान नहीं हर लफ्ज़ तेरे प्यार की खुशबू में ढला है,  ये सिलसिला है इश्क़ का जो तुमसे चला है सच कहु तो बूंद बूंद बेकरारी हमारी,  क़तरा क़तरा मोहब्बत तुम्हारी,,,,@

Zainab Makda 10 month ago

वाह वाह 👍🏻 किस्मत में न सही, पर ख्वाब है तू अधूरा सा पूरा हुआ मेरा एहसास है तू करनी है ख़ुदा से एक गुजारिश तेरे प्यार के सिवा कोई बंदगी ना मिले, हर जनम मे साथी हो तुम जैसा....

Abbas khan 10 month ago

वाह क्या बात हे👌🏻👌🏻 "आँखों में आँसू का पहरा न होता....., तो इश्क़ का रंग इतना गहरा न होता, महकती कली सी तुम बागेसबां में..., जो ये तितली सा मन तुम पे ठहरा न होता

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