हमसफ़र किताब
किताबो बस किताबे ना समझो
ये हमसफ़र है जिंदगी की
अदबो तरीका नजाकत सलीक़ा इस मे लिखा है
पढ़ोगे तो जीने तरीक़ा लिखा है
फन और हुनर के किस्से लिखे
बुजुर्गो ने इस मे तजुर्बे लिखे है
मुहब्बत के फसाने लिखे है
जंग के जिंदा नजारे लिखे है
दौलत के वजीफे लिखे है
ढेरो से नुस्खे लिखे है
और थामलो किताबे मुकद्दस को
तो दुनिया क्या आखिरत भी तुम्हारी है