इस होली मैं तो आपकी हो ली
मत कहना मुझे कि
कुछ कहना नहीं आता ।
जब भी बुलओगे
पकड़ लूंगीं डगर तुम्हारी
मत कहना मुझे कि
चलना नहीं आता ।
कर लिया है चेहरा लाल
तुम्हारे गुलाल से
मत कहना मुझे कि
संवरना नहीं आता ।
सजा लिया है खुद को
तुम्हारे प्यार से
मत कहना मुझे कि
सजना नहीं आता ।
छोड़ दिया है साथ सखी - सहिलियों का
मत कहना मुझे कि
कुछ खोना नहीं आता ।
दोगे साथ मेरा जिन्दगी के बाद भी
मत कहना मुझे कि
कुछ मांगना नहीं आता ।
ये तो क्या वार दूँ
हर होली तुम पर
मत कहना मुझे कि
कुछ करना नहीं आता ।
सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा
D-184 , Shyam Park Ext.
साहिबाबाद - 201005( U.P )
#सही