आपके दिल में थोड़ी बहुत भी जगह है तो इन मूक पशुओं के लिए घर से बाहर निकल कर अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस गर्मी में उनके पीने के पानी की व्यवस्था जरूर करें क्योंकि इंसान का जन्म भगवान ने पशुओं की सेवा के लिए यह क्या है लेकिन इंसान 9 महीने पेट में रहता है तब भगवान से कहता है कि मुझे इस गंदी से छुटकारा दो मैं आपके बताए हुए मार्ग पर चलूंगा लेकिन जैसे इंसान का जन्म होता है और वह लोभ लालच जाता है और भगवान को भूल जाता है और इस धरती पर उल्टे सीधे काम करता है भगवान को देखना जरूरी नहीं है भगवान हमें देखते रहना जरूरी है आओ हम सब मिलकर इन बेजुबान पशु पक्षियों की सेवा करें