बहुत हो गयी प्यार की बातें
करते हैं कुछ ग्यान की बातें।
हर शय में हम ढूढ रहे हैं
ख्वाबों और अरमान की बातें।
हर कोई तो नया यहाँ था
फिर करते क्यूँ अनुभव की बातें।
चेहरे का हर भाव देखा
नजरों का हर उतार चढ़ाव देखा
फिर करते क्यूँ अनजान की बातें।
हम है नये अनुभव हीन
तो क्या है कर्म से हीन
फिर क्या है संग्यान की बातें
तो फिर क्या है ग्यान की बातें।।।।