छठा तत्व
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बाबा उपदेश दे रहे थे
"आत्मा अजर अमर है"
एक वैज्ञानिक बोल रहा था
"एनर्जी काँ'ट बी क्रिएटेड और डेस्ट्रोयड"
बाबा ने कहा
"आत्मा केवल शरीर बदलती है"
वैज्ञानिक बोला
"एनर्जी चेंज्स फॉर्म्स ओनली"
लोग देख रहे थे
वेंटिलेटर पर पड़ा मरीज
लेकिन उन्हें नहीं दीख रहा था
उसके अंदर चलने वाला महाभारत
पांच तत्व अलग अलग हिस्सा मांग रहे थे
जैसे पांच भाई बंटवारा चाहते हों
जैसे घर का मुखिया आगे आता है समझाने
वैसे ही आगे आया एक छठ तत्व
वह तत्व जो शरीर में
वैसे ही अकेला पड़ा रहता है
जैसे आजकल बूढ़े माँ-बाप
सबको समझाया कि मत बांटो ये काया
कौन मानता?
सब अपनी जिद पर अड़े थे
मुखिया घर छोड़ गया
वेंटिलेटर के आसपास
खड़े लोगों में कोहराम मच गया
सुदूर कहीं से धीमी धीमी
आध्यात्मिक उपदेशों की आवाज आ रही थी
उन तत्वों को सब जानते हैं
लेकिन उस मुखिया को कम ही पहचानते हैं
वही आत्मा है
वही ऊर्जा है
वही प्राण है
वही परमात्मा है
उस मुखिया का नाम है "प्रेम"