हर साल 4 जनवरी को विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विश्व के नेत्रहीनों लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को लुईस ब्रेल के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता हैं। लुईस ब्रेल एक आविष्कारक थे, जिन्होंने ब्रेल लिपि का आविष्कार किया था।
उन्हें सादर नमन करते हुए प्रस्तुत है मेरी एक रचना 🙏 🙏
ब्रेल लिपि
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जब नयनों के दीपक न रहे
अंधेरों में लाखों दुख सहे
मन की आँखें तब खुली
ज्ञान के दीप जल उठे कुछ कहे।
मन की शक्ति दिखाने लगी कमाल
आशाओं में झिलमिलाए फिर साल
मेहनत ने सफलता के झंडे गाड़े
विश्व ब्रेल दिवस है उसकी मिसाल।
ब्रेल लिपि ने एक पहचान दी
नेत्रहीनों को मानो एक जान दी
इस पद्धति से पढ़ रहे लाखों लोग
जिंदगी को महका नयी शान दी।
आभा दवे
मुंबई