गोविंद गिरधर, हे बांके बिहारी,
हे मधुसूदन, हे बनवारी
हे गोपाला, हे गोवर्धनधारी
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।
सुन लो हे नाथ यह विनती हमारी,
आपके चरणों में बीते अब यह जिंदगी हमारी।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।
हे गोविंद गिरधर, हे बांके बिहारी,
हे मधुसूदन,हे बनवारी।
हे गोपाला, हे गोवर्धनधारी,
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।
सुन लेना हे प्रभू यह अर्जी हमारी।
सेवा में आपकी बीते यह जिंदगीं हमारी।
हे गोविंद गिरधर, हे बांके बिहारी,
हे मधुसूदन,हे बनवारी।
हे गोपाला, हे गोवर्धनधारी,
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
आ पहुंचे है प्रभू हम शरण अब तुम्हारी।